सिकंदराबाद, [26 अक्टूबर]:- बिहार की रहने वाली सीमा (उम्र 18 वर्ष) के साथ एक बेहद दर्दनाक घटना घटी, जिसमें उसे सिकंदराबाद स्टेशन से अगवा कर लिया गया और मालगांव डेयरी फार्म 36 रेडी, थाना मार्गोल एरिया में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। सीमा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते अभी तक आरोपियों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई है।
घटना का पूरा विवरण
सीमा पिता का नाम कन्हाई साह का विवाह 2014 में हुआ था, लेकिन पति के मानसिक रूप से अस्थिर होने के कारण उसका तलाक हो गया। इसके बाद, वह अकेले संघर्ष कर रही थी। 26 अक्टूबर 2024 को वह बिहार से विजयवाड़ा पहुंची और फिर वहां से सिकंदराबाद के लिए निकली। उसी दिन वह सिकंदराबाद स्टेशन पर चेन्नई जाने के लिए ट्रेन पकड़ने वाली थी, लेकिन तभी उसकी मुलाकात राजेश (जिससे प्रेम करती है) के चाचा प्रदीप और फूफा राकेश से हुई, जो गोरिया, बिहार के रहने वाले हैं।
योजना बनाकर किया अगवा
प्रदीप और राकेश पहले से सीमा की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। स्टेशन पर मौका पाकर उन्होंने सीमा से बातचीत शुरू की और फिर उसे धोखे से मालगांव डेयरी फार्म 36 रेडी ले गए। वहां, एक व्यक्ति ने उसके मुंह पर तकिया रखा, जबकि दूसरा उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। फिर दोनों ने बारी-बारी से इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया।
सीमा के प्रेमी के रिश्तेदार निकले आरोपी
सीमा एक राजेश नाम के युवक से प्रेम करती थी, जिससे वह बात किया करती थी। लेकिन उसे यह अंदाजा नहीं था कि राजेश के परिवार के लोग ही उसके साथ ऐसी हैवानियत करेंगे। आरोपियों में से एक, प्रदीप, राजेश का चाचा है, जबकि राकेश उसका फूफा। इस विश्वासघात ने सीमा को पूरी तरह से तोड़ दिया है।
पुलिस की लापरवाही, न्याय के लिए संघर्ष
घटना के बाद, सीमा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन जांच सही तरीके से नहीं की गई। पुलिस की इस लापरवाही ने पीड़िता को और अधिक मानसिक तनाव में डाल दिया। अब सीमा न्याय की गुहार लगा रही है, लेकिन ना तो उसके परिवार वाले और ना ही ससुराल पक्ष उसकी कोई मदद कर रहे हैं।
सीमा का जीवन संकट में, प्रशासन से गुहार
वर्तमान में, सीमा सिकंदराबाद के कलवाकुर्ती में रह रही है और न्याय के लिए संघर्ष कर रही है। इस भयावह घटना के बाद वह पूरी तरह से असहाय हो गई है। समाज के किसी भी व्यक्ति या संगठन ने अब तक उसकी मदद के लिए हाथ नहीं बढ़ाया है।
क्या प्रशासन करेगा कार्रवाई?
अब यह देखना होगा कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेती है या नहीं। पीड़िता ने सरकार और मानवाधिकार संगठनों से न्याय की गुहार लगाई है। अगर जल्द ही कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो यह मामला प्रशासन की नाकामी को उजागर करेगा और महिलाओं की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े करेगा।
सीमा अब इंसाफ चाहती है। क्या उसे न्याय मिलेगा, या फिर आरोपी खुलेआम घूमते रहेंगे? यह एक बड़ा सवाल है।