पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल, आरोपियों के बेखौफ होने का दावा
भुमराळा, तहसील लोणार, जिला बुलढाणा (बीबी पुलिस स्टेशन क्षेत्र): भुमराळा गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां रतन शेषराव मोरे नामक व्यक्ति पर चार से पांच हमलावरों ने सरेराह हमला किया, उन्हें लूटने की कोशिश की और जान से मारने की धमकी दी। इस भयावह घटना के बाद जब पीड़ित न्याय की उम्मीद में पुलिस स्टेशन पहुंचे, तो उन्हें न्याय देने के बजाय निराशा का सामना करना पड़ा।
घटना का विवरण
रतन शेषराव मोरे जब अपने किसी काम से जा रहे थे, तभी अचानक चार-पांच अज्ञात हमलावरों ने उन्हें घेर लिया। उन्होंने न केवल मोरे के साथ मारपीट की, बल्कि उनकी जेबें खंगालने की कोशिश भी की। जब मोरे ने विरोध किया, तो हमलावरों ने उन्हें धमकाते हुए कहा कि यदि उन्होंने किसी से शिकायत की, तो उनका अंजाम बुरा होगा।
पुलिस ने नहीं की एफआईआर दर्ज
हमले से बुरी तरह घायल मोरे जब बीबी पुलिस स्टेशन पहुंचे, तो उन्होंने पूरी घटना विस्तार से बताई और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बजाय केवल एक एनसी (नॉन कॉग्निजेबल रिपोर्ट) दर्ज की और उन्हें वहां से जाने के लिए मजबूर कर दिया। इतना ही नहीं, जब कुछ सामाजिक कार्यकर्ता मोरे के समर्थन में पुलिस थाने पहुंचे, तो पुलिस ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया।
आरोपियों के बेखौफ होने का दावा
पीड़ित मोरे का कहना है कि हमलावरों ने खुद को अपराधी प्रवृत्ति का बताया और खुलेआम कहा कि वे पुलिस को “हफ्ता” देते हैं, इसलिए उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। यह बयान स्थानीय पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
बहुजन युथ पैंथर ने दिया समर्थन
जैसे ही यह घटना सामने आई, वैसे ही विनोद अंभोरे, जिल्हा उपाध्यक्ष, बहुजन युथ पैंथर, छत्रपति संभाजी नगर, औरंगाबाद ने इस अन्याय के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने पीड़ित रतन शेषराव मोरे और उनके परिवार को भरोसा दिलाया कि वे उनके साथ मजबूती से खड़े हैं और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
न्याय की मांग
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया है। सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं और मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो तथा आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
प्रशासन से हस्तक्षेप की अपील
अब देखना होगा कि क्या प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेकर उचित कदम उठाता है या फिर आरोपियों की दबंगई और पुलिस की उदासीनता इसी तरह जारी रहेगी। बहुजन युथ पैंथर के जिल्हा उपाध्यक्ष विनोद अंभोरे के नेतृत्व में लोगों ने उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई है कि पीड़ित को न्याय मिले और दोषियों को सजा दी जाए।
अगर पुलिस ने जल्द ही उचित कार्रवाई नहीं की, तो यह मामला कानून व्यवस्था की विफलता का एक और उदाहरण बन जाएगा।