पीलीभीत। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में दबंगों का आतंक बढ़ता जा रहा है। थाना क्षेत्र के मोहल्ला हाथी खाना वार्ड नंबर 3 में हरिओम पुत्र कुन्नूलाल के साथ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है।
पीड़ित के अनुसार, 14 मार्च की रात करीब 10 बजे मोहल्ले के ही अनिल उर्फ सकटे और उनके लड़कों ने बिना किसी कारण गाली-गलौज शुरू कर दी। जब हरिओम ने विरोध किया, तो आरोपियों ने लाठी-डंडों से बुरी तरह हमला कर दिया। मारपीट के दौरान हरिओम को गंभीर चोटें आईं और धमकी दी गई कि अगर उसने दोबारा विरोध किया, तो उसे जान से मार दिया जाएगा।
घटना के बाद हरिओम किसी तरह जान बचाकर स्थानीय लोगों की मदद से C.H.C अस्पताल पहुंचा, जहां उसका प्राथमिक उपचार किया गया। इसके बाद 16 मार्च को पीड़ित ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन अब तक पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
पुलिस पर पक्षपात का आरोप, पीड़ित परिवार नाराज

हरिओम के भाई जितेंद्र ने मीडिया से बातचीत में पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस आरोपियों से मिली हुई है, इसलिए मामला दबाने की कोशिश की जा रही है। जितेंद्र का आरोप है कि विरोधी पक्ष की ऊंची पहुंच के चलते पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है और अब तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया।
प्रशासन से न्याय की गुहार
पीड़ित परिवार ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है और आरोपियों की गिरफ्तारी व कड़ी कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर गुस्सा है, और इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है।
क्या पुलिस दोषियों पर कार्रवाई करेगी?
अब सवाल यह उठता है कि क्या पुलिस निष्पक्ष जांच कर पीड़ित को न्याय दिलाएगी, या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा? पीलीभीत की जनता पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठा रही है।
क्या है पूरा मामला?
पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में दबंगों के हौसले बुलंद हैं। थाना क्षेत्र के मोहल्ला हाथी खाना वार्ड नंबर 3 में रहने वाले हरिओम पुत्र कुन्नूलाल के साथ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है।
कैसे हुआ विवाद?
हरिओम ने थाना अध्यक्ष को दी गई शिकायत में बताया कि 14 मार्च की रात करीब 10 बजे वह अपने मोहल्ले में मौजूद था। तभी मोहल्ले के ही अनिल उर्फ सकटे और उनके लड़कों ने बिना किसी वजह के गाली-गलौज शुरू कर दी। जब हरिओम ने इस हरकत का विरोध किया, तो आरोपी भड़क उठे और लाठी-डंडों से हमला कर दिया।
हमले के बाद इलाज और शिकायत
हमले में घायल हरिओम को C.H.C अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका प्राथमिक उपचार किया गया। इसके बाद पीड़ित ने 16 मार्च को थाना में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अब तक पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
पीड़ित पक्ष का आरोप: पुलिस कर रही टालमटोल
हरिओम के भाई जितेंद्र ने मीडिया को बताया कि पुलिस आरोपियों से मिली हुई है और इसलिए मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। जितेंद्र ने प्रशासन से गुहार लगाई कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और पीड़ित को न्याय मिले।
इलाके में दहशत, लोग कर रहे सख्त कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद मोहल्ले में दहशत का माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोग भी इस घटना से नाराज हैं और प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
अब सवाल ये उठता है कि क्या पुलिस निष्पक्ष जांच कर पीड़ित को न्याय दिलाएगी, या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?




