ऊंझा, महेसाणा: ऊंझा निवासी मनीषाबेन ने अपने पति विनुजी ठाकुर और ससुरालवालों के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया है। उन्होंने अदालत में याचिका दायर कर आरोप लगाया कि शादी के कुछ वर्षों बाद पति और ससुरालवालों ने उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया, घर से निकाल दिया और बेटी सहित अकेला छोड़ दिया।
पीड़िता बोली- पति ने कहीं का नहीं छोड़ा
पीड़िता मनीषाबेन ने मीडिया को बताया,
“मेरे पति विनुजी ठाकुर ने मुझे कहीं का नहीं छोड़ा। वह पिछले 5 साल से मुझे परेशान कर रहे हैं। मुझे कोई सहारा नहीं मिला, इसलिए मैंने मीडिया और अदालत की मदद ली। अब मैं चाहती हूं कि मेरी सुनवाई हो और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।”
घर में घुसने से रोका, एक लाख रुपए की मांग
मनीषाबेन का कहना है कि जब वह अपनी बेटी के साथ मायके से ससुराल लौटीं, तो ससुरालवालों ने उन्हें घर में घुसने नहीं दिया। कथित तौर पर उनसे कहा गया कि अगर वह घर में रहना चाहती हैं तो ₹1,00,000 लाकर दें, अन्यथा जान से मारने की धमकी दी गई।
आर्थिक मदद और सुरक्षा की मांग

मनीषाबेन ने अदालत से ₹20,000 प्रति माह भरण-पोषण और ₹5,000 मकान किराए के रूप में दिलाने की मांग की है। उन्होंने अपनी और बेटी की सुरक्षा की भी गुहार लगाई है।
अदालत में मामला दर्ज
महिला ने अदालत में घरेलू हिंसा अधिनियम, 2005 की धारा 12, 18, 19, 20, 21 और 22 के तहत याचिका दायर की है। अब अदालत का फैसला कौन-सी दिशा में जाएगा, यह देखने वाली बात होगी।
दारू और गांजा बेचने वालों का आतंक, परिवार को धमकाने का आरोप
महेसाणा, ऊंझा: ऊंझा क्षेत्र के बकोर मनीआबे नामक व्यक्ति ने डीएसपी को शिकायत देकर अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है। शिकायतकर्ता के अनुसार, गांव में कुछ लोग अवैध रूप से शराब और गांजे का धंधा चला रहे हैं, जिससे इलाके में असामाजिक तत्वों की गतिविधियां बढ़ गई हैं।
शिकायत में आरोपितों के नाम:
1. ठाकुर जता बेन
2. ठाकुर बकाजी तखाजी
3. ठाकुर सुरेशजी तखाजी
4. ठाकुर कृष्ण बेन
शिकायतकर्ता का आरोप:
आरोपी नशीले पदार्थों की खुलेआम बिक्री कर रहे हैं।
गांव को असामाजिक तत्वों का अड्डा बना दिया गया है।
विरोध करने पर परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई।
आरोपी नशे की हालत में गालियां देते हैं और जबरन धंधे में शामिल करने का दबाव डालते हैं।
प्रशासन से गुहार
शिकायतकर्ता ने डीएसपी से मांग की है कि आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
पीड़िता ने मीडिया के माध्यम से लगाई न्याय की गुहार
ऊंझा, महेसाणा: मनीषाबेन ने अपने पति विनुजी ठाकुर और ससुरालवालों पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाते हुए अदालत में याचिका दायर की है। उन्होंने बताया कि शादी के कुछ वर्षों बाद उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर घर से निकाल दिया गया।
पीड़िता का कहना है कि पति ने कहीं का नहीं छोड़ा, वह पिछले 5 साल से परेशान कर रहा है। जब वह बेटी के साथ ससुराल लौटीं, तो ₹1,00,000 लाने की शर्त रखी गई और जान से मारने की धमकी दी गई।
मनीषाबेन ने अदालत से ₹20,000 भरण-पोषण व ₹5,000 किराए की मांग की है और सुरक्षा की गुहार लगाई है। मामला घरेलू हिंसा अधिनियम, 2005 के तहत दर्ज किया गया है।




