किशनगंज (बारां)।
थाना किशनगंज क्षेत्र के गांव रेलावन में स्थित विवादित भूमि पर जबरन कब्जा करने और स्टे आदेश के बावजूद उसे बेचने के मामले में चार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर तीन महिलाओं ने पुलिस थानाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शहनाज, मांगीबाई पत्नी मकसूद अली, नजमा बेगम पुत्री मकसूद अली व शहनाज बेगम पत्नी असरफ अली ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में बताया कि ग्राम रेलावन व झागर, तहसील किशनगंज की खाता संख्या 4, 3, 23 की कुल 63 बीघा 6 बिस्वा भूमि जो कि वर्षों से वादग्रस्त है, उस पर उनकी ओर से स्थगन आदेश (स्टे) जारी किया गया था।
इसके बावजूद अब्बास अली, मुनीर अली, चांद अली व सुल्तान अली – चारों निवासी विभिन्न स्थानों के – ने मिलकर उक्त भूमि के खसरा नंबर 456 व 458 को तालीब हुसैन निवासी अन्ता के नाम नोटरी के जरिए बेच दिया। इतना ही नहीं, निर्माण कार्य शुरू करने के लिए इन लोगों ने मध्यप्रदेश व अन्य क्षेत्रों से 8-10 लोगों को बुलाया है, जिससे क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई है।
शिकायत में कहा गया है कि इस भूमि पर एक मस्जिद और सहकारी भवन भी निर्मित है। वादीगण ने आरोप लगाया कि इन लोगों से उन्हें जान-माल का खतरा है, और आशंका है कि ये लोग उनके खिलाफ झूठे केस भी दर्ज करवा सकते हैं।
न्यायालय के आदेशों के बावजूद स्टे लगे होने के बावजूद जमीन खरीद ली जिनमें तालीब हुसैन जेसीबी लेकर जमीन पर पहुंच गया और और यह कहने लगा कि मैं इन चारों लोगों से यह जमीन खरीद चुका हूं जिनके नाम है मुनीर अली, चांद अली, अब्बास अली, सुल्तान अली से यह जमीन खरीद ली। परंतु तालिब हुसैन ने हमारी जमीन खरीद ली यह बोल रहा है और कह रहा है मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता यह न्यायालय के आदेशों की तोहीन है। पीड़ित परिवार ने मीडिया के माध्यम से गुहार लगाई है कि आरोपियों से हमारी जमीन हमें दिलवाई जाए और उन पर सख्त कार्रवाई की जाए।
प्रार्थिनियों ने थाना किशनगंज से मांग की है कि उक्त मुल्जिमानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई अप्रिय घटना ना घटे।
आरोपी परिवार पर पहले भी कर चुके हैं जानलेवा हमला
जमीनी विवाद में झगड़ा, दो घायल – आरोपियों पर कार्रवाई की मांग
किशनगंज रेलावन गांव में 19 जुलाई की शाम जमीनी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। एक ही परिवार के दो पक्षों में हुए झगड़े में शहनाज बेगम, शराफत अली और एक मासूम बच्चा घायल हो गए। सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पीड़ित पक्ष शराफत अली, अशरफ अली और जेबू निशा ने आरोप लगाया है कि वे अपने हिस्से की जमीन पर ट्रैक्टर से हकाई कर रहे थे, तभी मुनीर अली, सुलतान अली, इहमत, चांद मोहम्मद, मुराद अली, शमशेर अली, शकील और राजू ने धारदार हथियारों से हमला किया। मारपीट के साथ ही आरोपियों ने 17 हजार रुपये की नकदी भी छीन ली और खुद हकाई करने लगे।
पीड़ितों का आरोप है कि उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके विरोध में उन्होंने एसपी और जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंप आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
विवादित भूमि पर कब्जे की कोशिश, महिलाओं ने जताई जान का खतरा
इसी गांव की एक अन्य घटना में शहनाज, मांगीबाई और नजमा बेगम ने मस्जिद और सहकारी भवन वाली विवादित भूमि पर जबरन कब्जे व बिक्री की कोशिश का आरोप लगाते हुए थाना किशनगंज में शिकायत दी है।
शिकायत में कहा गया है कि स्टे आदेश के बावजूद अब्बास अली, मुनीर अली, चांद अली और सुल्तान अली ने खसरा नंबर 456 व 458 की भूमि को नोटरी से बेचने की कोशिश की। इसके लिए बाहरी मजदूरों को भी बुलाया गया, जिससे तनाव का माहौल बन गया है।
प्रार्थिनियों ने पुलिस से जान-माल की सुरक्षा और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।




