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गांव-गांव में विकास की मशाल: ‘भारतीय पुरुष महिला पंचायत समिति’ बन रही बदलाव की प्रेरणा

कुरमामा भया-बेरकी, जिला गया (बिहार)
जहां सरकारी योजनाएं अक्सर कागज़ों तक सीमित रह जाती हैं, वहीं ‘भारतीय पुरुष महिला पंचायत समिति’ एक ऐसी जीवंत मिसाल बनकर उभरी है, जिसने न केवल विकास के सपने देखे, बल्कि उन्हें धरातल पर साकार भी किया।

संकल्प और सेवा का संगम – सहरी सोच से ग्रामीण उजाला
“सहरी सोच आपका, सच्चे का भविष्य बदल सकता है”—इस मूलमंत्र को लेकर यह संस्था हर पंचायत में उम्मीद की किरण बन चुकी है। संस्था के प्रेरक और संचालक दिलीप साव का सपना है कि गांव का हर घर सुविधाओं से संपन्न हो, और हर नागरिक आत्मनिर्भर बने।

संस्था के 5 मजबूत स्तंभ – विकास की पंचधारा:

1. हर घर में स्वच्छ जल – गांव में नल योजना से लेकर हैंडपंप तक की व्यवस्था में जुटी समिति।

2. शौचालय निर्माण मिशन – घर-घर इज्जतघर का निर्माण, महिलाओं की सुरक्षा और स्वच्छता को समर्पित।

3. शिक्षा की अलख – बच्चों को शिक्षित करने के लिए संस्था चलाती है जागरूकता अभियान, सामुदायिक कक्षाएं।

4. खेती और सिंचाई – खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए सिंचाई सुविधा में सहयोग, जैविक खेती को बढ़ावा।

5. रोजगार का संकल्प – स्वरोजगार के लिए ट्रेनिंग, ग्रामीण महिलाओं को हुनरमंद बनाना, लघु उद्योगों का प्रोत्साहन।

सदस्यों से अनुबंध: निष्ठा का करार
संस्था में जुड़ने वाले प्रत्येक सदस्य से एक स्पष्ट और पारदर्शी समझौता (कबूलनामा) लिया जाता है। इसमें यह तय होता है कि यदि कोई सदस्य 10 वर्षों से पहले संस्था से हटता है, तो उसे सुविधाओं की लागत लौटानी होगी।

क्या हैं सदस्यता से मिलने वाले लाभ?

राशन सहायता – प्रति सदस्य 10 से 25 किलो तक मुफ्त चावल

निःशुल्क शौचालय निर्माण

निर्माण सामग्री (जैसे लोहा) रियायती दर पर

ऋण सुविधा मात्र ₹1-2 प्रति ₹100 के ब्याज पर

नार व्यया योजना – हर माह आर्थिक सहायता

स्वास्थ्य शिविर, विधिक सहायता और रोजगार मेले का आयोजन

एकता का प्रतीक: विजय मौर्य को दी श्रद्धांजलि
संस्था के सक्रिय सदस्य विजय मौर्य के आकस्मिक निधन पर, समिति ने मानवीय संवेदनाओं का परिचय देते हुए उनकी पत्नी संजु देवी को ₹4000 की नकद राशि और 25 किलो चावल की सहायता दी। समिति के सभी सदस्यों ने हस्ताक्षर करके इस दुख की घड़ी में एकजुटता और सहयोग की भावना को मजबूत किया।

सत्य, सेवा और समर्पण का प्रतीक यह संस्था आज बिहार के सैकड़ों गांवों के लिए आदर्श बन चुकी है।
यह केवल एक संस्था नहीं, बल्कि गांव-गांव में उम्मीद की चिंगारी है, जो हर गरीब के घर रोशनी और सम्मान की लौ जला रही है।

संपर्क करें:
दिलीप साव, संचालक
मोबाइल: 8804457185
ग्राम-पोस्ट: कुरमामा भया-चेरकी, जिला: गया (बिहार)

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