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हिंदू समाज एकजुट होकर दे मुंहतोड़ जवाब: नूनू लाल कुमार की अपील
मुरलीगंज, मधेपुरा (बिहार): थाना मुरलीगंज क्षेत्र के 22 वर्षीय नूनू लाल कुमार, पिता कमलेश रविदास, ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो सरकार कार्यरत है, उसका समर्थन करना हर हिंदू का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज को अब जात-पात छोड़कर एकजुट हो जाना चाहिए ताकि किसी भी तरह की आंतरिक या बाहरी चुनौती का सामना संगठित होकर किया जा सके।
नूनू लाल ने अपने बयान में कहा कि यदि अन्य धर्मों के लोग हम पर हमला करने की कोशिश करें, तो उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाना चाहिए। उनका कहना है कि यह समय हिंदू राष्ट्र निर्माण की दिशा में योगदान देने का है।
बुराई किसी धर्म की नहीं होती
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में नूनू लाल ने कहा, “बुराई किसी धर्म की नहीं होती। इसलिए बुराई के खिलाफ सभी धर्मों को एकजुट होना होगा।” उन्होंने समाज में बढ़ रहे अपराधों के खिलाफ एक अलग टीम बनाने की सलाह भी दी, जो मानवता और न्याय के लिए काम करे।
नूनू लाल का यह संदेश युवाओं को एक नई दिशा देने की पहल माना जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं से अपील की है कि वे धर्म और राष्ट्र के प्रति जागरूक बनें और समाज में फैल रही बुराइयों, अन्याय व हिंसा के खिलाफ संगठित होकर कार्य करें।
क्या कहते हैं नूनू लाल
मैं नूनू लाल कुमार, मुरलीगंज, मधेपुरा (बिहार) से आप सबसे एक आग्रह करना चाहता हूँ। आज समय की मांग है कि हिंदू समाज जात-पात और आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट हो। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो राष्ट्र निर्माण की दिशा में कार्य हो रहा है, उसे मज़बूती से समर्थन देना हर देशभक्त हिंदू का कर्तव्य है।
अगर कोई हम पर हमला करने की कोशिश करे – चाहे वो भीतर से हो या बाहर से – तो हमें संगठित होकर उसका मुंहतोड़ जवाब देना होगा। ये वक्त सिर्फ बोलने का नहीं, एक साथ खड़े होने का है। हमें ऐसा हिंदू समाज बनाना है जो हर चुनौती का डटकर सामना कर सके।
“बुराई किसी धर्म की नहीं होती” – ये मेरा स्पष्ट संदेश है। हम हिंदू धर्मों के लोगों को बुराई के खिलाफ एकजुट होना होगा। अपराध, अन्याय और हिंसा के खिलाफ एक अलग टीम बनानी चाहिए – जो मानवता और न्याय की रक्षा करे।
मैं विशेष रूप से अपने युवा साथियों से कहना चाहता हूं – आप ही इस देश का भविष्य हैं। धर्म और राष्ट्र के लिए जागरूक बनिए। समाज में फैल रही बुराइयों को पहचानिए और उसके खिलाफ आवाज़ उठाइए। एक नया भारत आपके हाथों से बनेगा – एक सुरक्षित, संगठित और न्यायपूर्ण राष्ट्र।