डुमरिया (गया), बिहार।
अम्बिकापुर से घर लौटते ही पचरुखिया सिमरी गांव निवासी शैलेन्द्र शर्मा पिता राम अवतार शर्मा और माता राजकुमारी देवी शैलेंद्र की पत्नी का नाम ललिता देवी थाना क्षेत्र डुमरिया जिला गया (बिहार) पर जानलेवा हमला किया गया। जानकारी के अनुसार 15 मई 2025 को जैसे ही शैलेन्द्र अपने घर पहुंचे, पहले से घात लगाए बैठे आरोपियों ने उन पर हमला बोल दिया।
शैलेन्द्र शर्मा ने बताया कि पवन शर्मा, अंकित शर्मा, कुंदन शर्मा, गुंजन शर्मा और उनकी माता कालो देवी पत्नी इन्द्रदेव राम समेत अन्य लोगों ने मिलकर पहले उनके सिर पर लोहे की रॉड से वार किया और फिर सीने पर चढ़कर लात-घूंसे से पीटा। इससे वह बेहोश होकर वहीं गिर पड़े।
इतना ही नहीं, हमलावरों ने शैलेन्द्र के पिता को भी चोट पहुंचाई और उनके बेटे सुरजन को मोटरसाइकिल से उठाकर ले जाने की कोशिश की, ताकि उसकी भी हत्या की जा सके। हालांकि स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप से बच्चे को छोड़ दिया गया।
घायल अवस्था में शैलेन्द्र को एम्स ले जाया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए रैफर कर दिया गया। 17 मई को उन्होंने थाना दुमरिया में उपस्थित होकर आरोपियों के खिलाफ लिखित शिकायत दी है और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ित परिवार ने मीडिया के माध्यम से सरकार से इंसाफ की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि इस हमले में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ सबसे सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की घटना का शिकार न हो। अब देखना यह होगा कि पुलिस प्रशासन इस मामले में क्या ठोस कार्यवाही करता है।
क्या है पूरा मामला
घर लौटते ही शैलेन्द्र शर्मा पर जानलेवा हमला, सिर फोड़ा, बच्चे को भी मारने की साजिश
घात लगाकर किए गए निर्मम हमले से गांव में दहशत, पीड़ित परिवार ने लगाई इंसाफ की गुहार
थाना डुमरिया क्षेत्र की घटना, प्रशासन की निष्क्रियता पर उठे सवाल
डुमरिया (गया), बिहार।
15 मई 2025 की शाम को अम्बिकापुर से लौटे एक शांत-स्वभाव व्यक्ति शैलेन्द्र शर्मा के लिए वो दिन किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा। जैसे ही वे अपने घर, पचरुखिया सिमरी गांव (थाना डुमरिया, जिला गया) पहुंचे, पहले से घात लगाए बैठे दबंग आरोपियों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया।
पीड़ित शैलेन्द्र शर्मा, जो अपने पिता सीताराम अवतार शर्मा, माता राजकुमारी देवी और पत्नी ललिता देवी के साथ रहते हैं, ने बताया कि हमलावरों ने न सिर्फ उनकी जान लेने की कोशिश की, बल्कि पूरे परिवार को बर्बाद करने की नीयत से यह षड्यंत्र रचा।
हमलावरों की पहचान
शैलेन्द्र के अनुसार, पवन शर्मा, अंकित शर्मा, कुंदन शर्मा, गुंजन शर्मा और इनकी मां कालो देवी (पत्नी इन्द्रदेव राम) सहित कई अन्य ने मिलकर उन पर धावा बोला। लोहे की रॉड से उनके सिर पर जोरदार प्रहार किया गया। उसके बाद लात-घूंसों से पीटते हुए उनके सीने पर चढ़कर जान से मारने की कोशिश की गई। इस अमानवीय हमले से शैलेन्द्र मौके पर ही बेहोश होकर गिर पड़े।
बेटे को भी नहीं छोड़ा, मारने की थी साजिश
इतना ही नहीं, आरोपियों ने शैलेन्द्र के मासूम बेटे सुरजन को भी निशाना बनाया। उसे मोटरसाइकिल पर जबरन बैठाकर ले जाने की कोशिश की गई ताकि उसकी हत्या की जा सके। यदि समय रहते ग्रामीणों ने हस्तक्षेप न किया होता, तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
इलाज के लिए गया से रैफर
गंभीर रूप से घायल शैलेन्द्र को पहले एम्स ले जाया गया, जहां उनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया। सिर पर गंभीर चोटें और शरीर पर गहरे घाव ने परिवार को झकझोर कर रख दिया है।
थाने में दी शिकायत, प्रशासन की भूमिका पर सवाल
17 मई को पीड़ित ने थाना डुमरिया में आरोपियों के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है। परंतु अभी तक किसी ठोस कार्रवाई की सूचना नहीं मिली है, जिससे पीड़ित परिवार में भय और निराशा व्याप्त है।
मीडिया के जरिए लगाई गुहार, आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग
शैलेन्द्र शर्मा और उनका परिवार अब मीडिया के माध्यम से सरकार और प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहा है। उनका कहना है कि इस निर्मम हमले में शामिल सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए।
“अगर आज न्याय नहीं मिला, तो कल कोई और परिवार इस वहशियत का शिकार हो सकता है,” शैलेन्द्र की पत्नी ललिता देवी ने रोते हुए कहा।
अब निगाहें प्रशासन पर
इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद ग्रामीणों में भारी रोष है और वे प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो, ताकि कानून का डर बना रहे। अब यह देखना होगा कि पुलिस प्रशासन इस मामले को कितनी गंभीरता से लेता है और पीड़ित परिवार को न्याय कब तक मिलता है।
पीड़ित का विवरण:
नाम: शैलेन्द्र शर्मा
पिता: राम अवतार शर्मा
माता: राजकुमारी देवी
पत्नी: ललिता देवी
गांव: पचरुखिया, सिमरी
थाना: डुमरिया, जिला गया, बिहार
मोबाइल: 6205882091