राजस्थान के जालोर जिले के सरवाना गांव निवासी केसा राम पुत्र भूरा राम ने हीरो फाइनेंस कंपनी और उसके एजेंटों पर धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़ित के अनुसार, उन्होंने फरवरी 2024 में हीरो की बाइक फाइनेंस करवाई थी और समय-समय पर किस्तें कंपनी के एजेंटों — शंकर शेखावत, मुकेश कुमार, विजय कुमार और कैलाश कुमार — को दीं। लेकिन इन एजेंटों ने पैसे लेने के बावजूद कंपनी में जमा नहीं करवाए। कुल मिलाकर 19,000 रुपये हड़प लिए गए।
केसा राम ने बताया कि उन्होंने तीन बार संतूर थाने के चक्कर लगाए और रिपोर्ट भी दर्ज करवाई, लेकिन पुलिसकर्मी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे। उल्टा डरा धमकाकर वापस भेज देते हैं।
घटना का पूरा विवरण – पीड़ित की जुबानी
दिनांक 17 अप्रैल 2025 को दोपहर 3 बजे के करीब, केसा राम जब अपने परिचित नूरा पुत्र आभास (निवासी बुरानतला, बाड़मेर) को दवाई के लिए धानेरा छोड़ने मोटरसाइकिल से निकले थे, तभी सांचौर बड़सम बाईपास के पास सागर हॉस्पिटल के सामने तीनों आरोपी — शंकर सिंह शेखावत , विजय कुमार , और मुकेश कुमार — ने उनकी बाइक रोक ली।
आरोपियों ने जबरन 28,000 रुपये की मांग की और जातिगत गालियां देते हुए पीड़ित के साथ बदसलूकी की। कॉलर पकड़कर धक्का दिया और मोटरसाइकिल छीनने की कोशिश की। जबरदस्ती चाबी निकालने की कोशिश की गई, लेकिन पीड़ित ने चाबी निकाल ली। साथ मौजूद नूरा ने बीच-बचाव किया।
इसके बाद केसा राम ने सांचौर स्थित अनिल मोटर्स पहुंचकर घटना की जानकारी दी और सारे भुगतान का विवरण भी दिखाया। 13 नवंबर 2024 को विजय कुमार ने उनके घर से 10,000 रुपये नकद लिए थे, जिसके गवाह पड़ोसी भी हैं। पीड़ित ने यह भी बताया कि उनकी किसी भी किस्त की बकाया राशि नहीं है। रसीदें भी रिपोर्ट के साथ संलग्न की गई हैं।
पुलिस कार्रवाई पर उठे सवाल
पीड़ित का कहना है कि उन्होंने सांचौर थाना में रिपोर्ट दी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उलटा, उन्हें ही धमकाया जा रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस और एजेंटों के बीच मिलीभगत हो सकती है।
पीड़ित की प्रशासन से गुहार
केसा राम ने राजस्थान सरकार और जिला प्रशासन से मांग की है कि उन्हें न्याय दिलाया जाए और हीरो फाइनेंस कंपनी व उसके एजेंटों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि गरीब और ईमानदार ग्राहक अगर ऐसे ही लुटते रहे तो आमजन का भरोसा फाइनेंस कंपनियों से उठ जाएगा।
प्रमुख मांगें:
आरोपी एजेंटों के खिलाफ IPC की धाराओं में मामला दर्ज हो
हीरो फाइनेंस कंपनी की भूमिका की जांच हो
पुलिसकर्मियों पर लापरवाही का मामला दर्ज हो
पीड़ित को सुरक्षा और आर्थिक मुआवजा मिले