जनपद कासगंज के थाना सुन्नगढी क्षेत्र के ग्राम फतेहपुर में हुई युवक की हत्या के बाद अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि हत्या के लगभग तीन सप्ताह बाद भी पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।
मृतक सौरभ (20), ग्राम फतेहपुर निवासी, 16 मई को अपने खेत पर मक्का रखने गया था। देर शाम तक घर न लौटने पर पिता भूप सिंह, भाई मदनलाल व अन्य परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की। खेत में तलाश के दौरान उन्होंने देखा कि नीतेश, जुमेन्द्र, अमर सिंह और गुरुदेव – चारों गांव के ही निवासी – सौरभ के गले में कुछ डालकर दबाव बना रहे थे। शोर मचाने पर आरोपी भाग निकले।
परिजन घायल सौरभ को आनन-फानन में गंजडुण्डवारा के जेआरके सेंटर लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई थी।
पुलिस ने एफआईआर सं. 0055/2025 धारा 103(1) के अंतर्गत मामला दर्ज किया था और पोस्टमार्टम भी कराया गया। लेकिन परिजनों का आरोप है कि इस गंभीर घटना के बावजूद पुलिस ने अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है।
“दबंग आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं”
पीड़ित परिवार का कहना है कि सभी आरोपी गांव और आसपास खुलेआम घूम रहे हैं। इतना ही नहीं, वे परिजनों को धमका भी रहे हैं कि यदि केस वापस नहीं लिया गया तो सौरभ की तरह पूरे परिवार को खत्म कर देंगे।
“पुलिस पर राजनीतिक दबाव में काम न करने का आरोप”
मृतक के भाई मदनलाल ने बताया कि वह 21 मई और 23 मई को पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाकर प्रार्थना पत्र दे चुका है, लेकिन न थाना स्तर पर कार्रवाई हो रही है, न जिले में। परिजनों का आरोप है कि पुलिस किसी राजनीतिक दबाव में कार्रवाई से बच रही है।
परिजन भय के साए में जीवन जीने को मजबूर
मदनलाल ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि परिवार का हर सदस्य जान के खतरे में है। आरोपी लगातार धमकी दे रहे हैं और पुलिस की चुप्पी से उनका हौसला बढ़ता जा रहा है।
“यदि कार्रवाई नहीं हुई तो दूसरी हत्या भी हो सकती है”
परिजनों ने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस जल्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती है, तो हत्यारे किसी और परिजन की हत्या भी कर सकते हैं।
प्रशासनिक चुप्पी पर उठे सवाल
इस पूरे मामले में प्रशासनिक स्तर पर चुप्पी को लेकर क्षेत्र में असंतोष फैलता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि हत्या जैसे मामले में पुलिस लापरवाह बनी रही तो कानून व्यवस्था पर बड़ा प्रश्नचिह्न लग जाएगा।
प्रशासन को जागने की जरूरत
ग्रामीणों और परिजनों की मांग है कि अब उच्च अधिकारियों को खुद इस मामले में हस्तक्षेप कर कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि मृतक को न्याय मिल सके और पीड़ित परिवार भयमुक्त जीवन जी सके।
रिपोर्ट: ई खबर संवाददाता, कासगंज ब्यूरो)