रिश्वत देकर भी नहीं मिला सही कनेक्शन, ठेकेदार की लापरवाही पर विभाग की चुप्पी क्यों?
छतरगढ़ (बिकानेर)।
राजस्थान के बीकानेर जिले के छतरगढ़ उपखंड क्षेत्र के चक 4 एआरएम खारवाली गांव में एक अनुसूचित जाति के किसान को बिजली कनेक्शन के नाम पर ठेकेदार और विभाग ने न केवल मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, बल्कि अब उसकी जान और जमीन दोनों संकट में हैं।
पीड़ित किसान जग्गा सिंह ने उपखंड अधिकारी को दी शिकायत में बताया है कि उसने चाची की कृषि भूमि (खसरा नंबर 119/39, किला नंबर 6) पर विद्युत कनेक्शन के लिए विधिवत आवेदन कर विभाष्य राशि भी जमा करवा दी थी। लेकिन इसके बावजूद कई महीनों तक न तो कनेक्शन मिला और न ही विभागीय अधिकारी सुनवाई करते दिखे।
किसान का आरोप है कि इसके बाद ठेकेदार ने 12,000 रुपये की रिश्वत की मांग की और कहा कि बिना पैसे दिए डिपी नहीं लगाई जाएगी। मजबूरीवश, अपनी खराब हो रही फसल और जलते खेतों को देखकर किसान ने किसी से ब्याज पर पैसे लेकर वह रकम दे दी।
रकम देने के बाद भी उसे जो सुविधा मिली, वह खुद में एक बड़ी लापरवाही की कहानी कहती है। ठेकेदार ने डिपी को खेत में अस्थायी तौर पर सिर्फ तारों से बांध दिया और दो कमजोर पोलों के सहारे उसे टिका दिया। पोल न तो ठीक से गाड़े गए और न ही ऊंचाई का ध्यान रखा गया। किसान ने बताया कि मीटर और डीओ फ्यूज तक नहीं लगाए गए, जिससे कनेक्शन अधूरा ही रह गया।
अब हालात और भी खतरनाक हो गए हैं। 2 जून 2025 को आई तेज आँधी ने उक्त पोलों को गिरा दिया और डिपी चालू लाइन के साथ खेत में आ गिरी। ज़मीन पर पड़ी हुई चालू लाइन किसी भी समय बड़ी जनहानि का कारण बन सकती है। खेत में मवेशियों और बच्चों की आवाजाही आम बात है, ऐसे में यह एक खुला विद्युत जाल बन चुका है।
पीड़ित किसान ने बताया कि वह पहले ही 25 फरवरी को 181 हेल्पलाइन पर ऑनलाइन शिकायत कर चुका है, लेकिन उसे कोई राहत नहीं मिली। अब जब हालात जानलेवा हो गए हैं, तब भी विभाग मौन है।
जग्गा सिंह ने बताया कि कनेक्शन चालू नहीं होने से नरमा की बुआई भी रुक गई है और पहले से खड़ी फसल भी सूखने की कगार पर है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह पहला मामला नहीं है, विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते पहले भी कई हादसे इस क्षेत्र में हो चुके हैं। बावजूद इसके, अधिकारी और ठेकेदारों की कार्यशैली में कोई सुधार नहीं हुआ है।
“अगर जल्द ही मौके का मुआयना कर उचित कार्यवाही नहीं की गई तो इसकी ज़िम्मेदारी पूरी तरह विद्युत विभाग की होगी।”
– जग्गा सिंह, पीड़ित किसान
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषी ठेकेदार और लापरवाह कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और किसान को न केवल सही व सुरक्षित कनेक्शन दिया जाए, बल्कि जो खतरा उसके खेत में खड़ा कर दिया गया है, उसे भी तुरंत हटाया जाए।
रिपोर्ट – विशेष संवाददाता, ई खबर