पश्चिमी चंपारण, बिहार:
क्या कभी आपने सुना है कि एक आम ग्रामीण युवक को रोज़ सपने में भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव दिखाई दें — वो भी भगवान शिव के रूप में? ऐसा ही दावा किया है बिहार के पश्चिमी चंपारण ज़िले के एक साधारण युवक बालकुवर यादव ने, जिसने अब अपनी यह कहानी लोगों के सामने लाकर सबको चौंका दिया है।
बालकुवर यादव, जिनका जन्म 1 जनवरी, सन उन्नीस सौ सत्तानवे (1997) को हुआ था, पश्चिमी चंपारण जिले के जोगिया प्रखंड अंतर्गत बहुवरी देवराज, वार्ड संख्या 02 में रहते हैं। उनके पिता का नाम श्री हरियाज यादव है। वे एक सामान्य किसान परिवार से आते हैं, पर उनका सपना अब एक असाधारण दिशा में बढ़ चुका है।
“भोलेनाथ की तरह दिखते हैं खेसारी यादव”
बालकुवर ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा,
“हर रात एक सपना आता है। खेसारी लाल यादव खुद भगवान भोलेनाथ के रूप में मेरे सपने में आते हैं और मुझसे कहते हैं — ‘मुझे देवघर ले चलो।’ पहले तो मैंने इसे एक संयोग समझा, लेकिन जब ये लगातार कई रातों तक होता रहा, तो मुझे यकीन हो गया कि यह कोई सामान्य सपना नहीं, बल्कि एक ईश्वरीय संकेत है।”
उन्होंने कहा कि खेसारी यादव का चेहरा उन्हें शिव रूप में दिखाई देता है – सिर पर जटा, गले में सर्प, और माथे पर चंद्र, ठीक वैसा जैसा हम भोलेनाथ की कल्पना करते हैं।
“अगर मौका मिला तो अपने दिल की बात कहूँगा”
भावुक होते हुए बालकुवर ने कहा,
> “खेसारी यादव मेरे आदर्श हैं। उनके गाने, उनकी अभिनय शैली और संघर्षों से भरा जीवन मुझे प्रेरणा देता है। अगर भविष्य में कभी मुझे उनसे मिलने का सौभाग्य मिला, तो मैं उन्हें अपने सपनों की सच्चाई बताकर खुद उन्हें देवघर ले जाने की विनती करूंगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि अब यह सिर्फ सपना नहीं, बल्कि एक धार्मिक मिशन बन चुका है — एक आस्था, एक विश्वास, जिसे वे पूरा करना चाहते हैं।
संदेश समाज और खेसारी यादव तक पहुंचे: बालकुवर की अपील
बालकुवर यादव ने समाज और मीडिया से अपील की है कि उनका यह भावपूर्ण संदेश भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव तक ज़रूर पहुंचे ताकि वह इस आध्यात्मिक अनुभूति को मूर्त रूप दे सकें।
उन्होंने कहा कि अगर उन्हें खेसारी यादव का साथ मिला, तो वह बाबा बैद्यनाथ धाम (देवघर) की पावन भूमि पर एक ऐतिहासिक दर्शन यात्रा करेंगे।
बालकुवर यादव, सादा जीवन जीने वाले एक ग्रामीण युवक, जिनका सपना अब उन्हें भक्ति और भोजपुरी के संगम की राह पर ले जा रहा है।