लखनऊ, 11 अगस्त 2025
राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी क्षेत्र की रहने वाली रूचि कनौजिया ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजते हुए अपने निजी जीवन से जुड़ी परेशानियों की ओर ध्यान आकर्षित किया है। पत्र में उन्होंने अपने जीवन में आए कठिन दौर का जिक्र करते हुए न्याय की अपील की है।
रूचि कनौजिया, जो मूल रूप से ग्राम सिरौली गौसपुर, थाना बदोसराय, बाराबंकी की निवासी हैं, ने बताया कि लगभग चार वर्ष पूर्व जब वह किशोर अवस्था में थीं, तब एक युवक से उनकी जान-पहचान हुई। धीरे-धीरे उनके बीच संबंध बने और युवक उन्हें साथ लेकर कई स्थानों पर रहा। पत्र के अनुसार, इस दौरान कुछ पारिवारिक और सामाजिक चुनौतियाँ भी सामने आईं।
रूचि ने बताया कि उन्हें केरल भी ले जाया गया, जहाँ वह कुछ समय रहीं। इसी दौरान वह गर्भवती हो गईं और फिर वापस लखनऊ आकर रहने लगीं। 22 जनवरी 2025 को उन्होंने एक शिशु को जन्म दिया, लेकिन दुर्भाग्यवश बच्चे की कुछ ही दिनों में मृत्यु हो गई। इसके बाद, रिश्तों में खटास आने लगी और महिला ने दावा किया है कि उनका साथी अब पिछले कुछ दिनों से संपर्क में नहीं है।
रूचि का कहना है कि वे पिछले छह वर्षों से एक-दूसरे के साथ रह रहे थे और डेढ़ वर्ष पूर्व दोनों ने विवाह भी किया था। उनका यह भी कहना है कि उनके पति हाल ही में काम को लेकर तनाव में थे और दोनों के बीच बातचीत बंद हो गई थी। 17 जून की सुबह वे घर से निकले, लेकिन उसके बाद से उनका कुछ अता-पता नहीं चल सका है।
क्या है पूरा मामला
नाबालिग अवस्था में बहला-फुसलाकर संबंध, जबरन धर्म परिवर्तन और अब रूचि कनौजिया ने मुख्यमंत्री से की न्याय की अपील
ग्राम सिरौली गौसपुर, थाना बदोसराय, बाराबंकी की मूल निवासी और वर्तमान में ग्रीनसिटी अर्जुनगंज, थाना सुशांत गोल्फ सिटी, लखनऊ में रह रही रूचि कनौजिया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रेषित एक प्रार्थना पत्र में अपनी आपबीती साझा करते हुए रिजवान अहमद पुत्र सप्पू (निवासी उजरियाँव, गोमती नगर, लखनऊ) पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
रूचि ने आरोप लगाया कि लगभग चार वर्ष पूर्व जब वह महज़ 16 वर्ष की थीं, तब रिजवान ने उन्हें प्रेम और शादी का झांसा देकर पहले नवाब पुरवा में किराए के मकान में रखा और फिर अपने घर ले जाकर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया। जब उन्होंने विरोध किया तो उसे बहलाकर केरल ले जाया गया, जहां कई बार उसकी इच्छा के बगैर कई दिन तक शरीरिक संबंध बनाए गए, जिससे वह गर्भवती हो गईं।
बाद में वे लखनऊ लौटे और सुशांत गोल्फ सिटी में रहने लगे। 22 जनवरी 2025 को रूचि ने एक बच्चे को जन्म दिया, लेकिन दुर्भाग्यवश 11 फरवरी को 20 दिन के मासूम की मृत्यु हो गई। इस दौरान रिजवान और उसके परिवार ने बार-बार धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया और छोड़ देने की धमकी दी। मजबूर होकर रूचि को धर्म परिवर्तन करना पड़ा।
रूचि का कहना है कि करीब छह वर्षों से वह रिजवान के साथ रह रही थीं, और डेढ़ वर्ष पूर्व दोनों ने विवाह भी किया। लेकिन बीते 17 जून को रिजवान “जॉब पर जा रहा हूँ” कहकर निकला और अब तक लापता है। उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ है। रूचि ने यह भी बताया कि रिजवान सालों में काम करता था, जिससे कुछ समय पूर्व उसका विवाद भी हुआ था, क्योंकि वह चाहती थीं कि वह नौकरी छोड़े।
कुछ समय पूर्व उसका विवाद भा हुआ था, क्यााक वह चाहती थीं कि वह नौकरी छोड़े।
आरोप:
नाबालिग अवस्था में शारीरिक शोषण
शादी का झूठा झांसा
जबरन धर्म परिवर्तन
मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न
प्रार्थिनी की अपील:
“मैंने सिर्फ एक सामान्य और सम्मानजनक जीवन जीने की कोशिश की है। मुझे उम्मीद है कि मुझे न्याय मिलेगा और मेरी बात को गंभीरता से सुना जाएगा।”
मुख्यमंत्री से मांगः
रूचि कनौजिया ने मुख्यमंत्री से रिजवान अहमद के खिलाफ FIR दर्ज करने और न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि अब वे अकेली, असहाय और सामाजिक रूप से अपमानित स्थिति में हैं।