जिला एटा क्षेत्र की रहने वाली उजाला देवी, जिनकी उम्र लगभग 24 वर्ष है, ने अपने पति बीपी सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है। उजाला का कहना है कि उनके पति ने उन्हें प्रेमजाल में फंसाकर दो साल तक अपने साथ रखा, शारीरिक संबंध बनाए और सोनीपत में साथ रहकर कमाने-खाने का जीवन जिया। लेकिन अब 28 जुलाई 2025 से उन्होंने उजाला के साथ रहने से इनकार कर दिया है।
उजाला ने बताया कि “बीपी सिंह ने मुझे दो साल पहले अपने प्रेमजाल में फंसाया, भरोसा दिलाया कि वह मुझसे शादी करके हमेशा साथ रहेंगे। हमने साथ में जीवन शुरू किया, सोनीपत में साथ रहकर काम किया, लेकिन अब अचानक वो कह रहे हैं कि मुझे तेरे साथ नहीं रहना है।” उजाला का दावा है कि वह मानसिक और सामाजिक रूप से बीपी के साथ जीवन जीने की स्थिति में हैं और अब इस इनकार से वे पूरी तरह टूट चुकी हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि जब उनकी मां रमां को भी धमकी दी। उजाला का कहना है कि वह बेहद असहाय स्थिति में हैं, क्योंकि उनके पिता नहीं हैं, और परिवार में सिर्फ उनकी मां और वे खुद हैं।
“अब मेरे पास कोई और सहारा नहीं है, मैं अपने पति बीपी सिंह के साथ ही रहना चाहती हूं। वो मुझे ऐसे कैसे छोड़ सकते हैं, जब दो साल साथ में रहे, और मुझे समाज में एक पत्नी का दर्जा दे चुके हैं?” – उजाला ने भावुक होते हुए कहा।
शिकायतकर्ता ने इस मामले की सूचना स्थानीय पुलिस थाना निंदौली में दी है और जल्द से जल्द न्याय की मांग की है। उजाला चाहती हैं कि उनके वैवाहिक अधिकारों की रक्षा हो और बीपी सिंह को उनके साथ वैवाहिक जीवन बिताने के लिए बाध्य किया जाए।
पुलिस की चुप्पी
फिलहाल पुलिस द्वारा कोई स्पष्ट बयान सामने नहीं आया है। उजाला और उनकी मां का आरोप है कि उन्होंने कई बार पुलिस से संपर्क किया, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने मीडिया और प्रशासन से भी मदद की अपील की है।
न्याय की प्रतीक्षा में उजाला की आंखें आज भी उसी प्रेम की तलाश में हैं, जिसमें उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया – क्या उन्हें न्याय मिलेगा? यह समय ही बताएगा।