शिवहर थाना क्षेत्र के विशुनपुर किशुनदेव गांव में हुई हत्या मामले ने पूरे इलाके को दहला दिया है। मृतक बिक्रम कुमार की मां रीता देवी ने पुलिस अधीक्षक शिवहर को एक लिखित आवेदन देकर विस्तृत जांच और संबंधित आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिवहर थाना कांड संख्या-263/2025 धारा-103(1), 303(2), 238 भा.दं.सं. के तहत दर्ज किया गया है। प्रारंभिक तौर पर यह मामला अज्ञात अपराधियों के खिलाफ दर्ज हुआ था। बाद में अनुसंधान के दौरान मिले साक्ष्य, सीडीआर (Call Detail Record) एवं सीएएफ (Customer Application Form) के आधार पर पुलिस ने रविरंजन कुमार उर्फ भूटाली एवं रवि किशन सिंह को संलिप्त पाते हुए कार्रवाई की है।
सूत्रों के अनुसार, मृतक की मां रीता देवी को ग्रामीणों के बीच हुई चर्चाओं से जानकारी मिली कि इस हत्या कांड में राजा कुमार (पिता-रामप्रवेश राम) तथा गोविन्द महतो (पिता-राजेश्वर महतो) की भी भूमिका संदिग्ध है। इन्हें लेकर अब संदेह गहराता जा रहा है।
प्रार्थी सूचिका ने अपने आवेदन में स्पष्ट किया है कि –
मृतक की हत्या सोची-समझी साजिश के तहत की गई।
गिरफ्तार किए गए आरोपितों के साथ अन्य लोगों की भी संलिप्तता है।
पुलिस अधीक्षक से मांग की गई है कि वे स्वयं मामले की जांच करें या किसी वरिष्ठ अधिकारी से स्वतंत्र रूप से जांच कराएं।
संदेहास्पद सभी व्यक्तियों को शीघ्र गिरफ्तार कर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।
ग्रामीणों में भी इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है और लोग आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। परिजनों ने कहा कि जब तक सभी दोषियों को गिरफ्तार कर सजा नहीं दी जाती, तब तक न्याय की उम्मीद अधूरी रहेगी।
रीता देवी ने अपने आवेदन में बताया है कि हत्या कांड में पहले से गिरफ्तार अभियुक्त रवि किशन सिंह से गहन पूछताछ कर अन्य संलिप्त लोगों का अभिपुक्तिकरण एवं गिरफ्तारी आवश्यक है। साथ ही, हत्या में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी के लिए भी त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया है कि घटना के समय से ही फरार चल रहे राजा कुमार और गोविन्द महतो गाँव छोड़ चुके हैं। इन दोनों को भी अप्राथमिकी अभियुक्त बनाकर गिरफ्तार किया जाए। आवेदन में कहा गया है कि उक्त आरोपी और उनके सहयोगी साक्षियों को तरह-तरह की धमकियां दे रहे हैं। धमकी दी जा रही है कि जो भी इस मामले में गवाही देगा, उसकी हत्या करवा दी जाएगी।
रीता देवी ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि घटना के सभी साक्ष्यों का संकलन साक्षियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए कराया जाए ताकि न्यायिक प्रक्रिया प्रभावित न हो। साथ ही, दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए निष्पक्ष जांच जरूरी है।
पीड़िता ने अपने आवेदन के साथ थानाध्यक्ष शिवहर को पूर्व में दी गई शिकायत की छायाप्रति भी संलग्न कर अवलोकनार्थ दाखिल किया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो साक्षियों और उनके परिवार की जान को गंभीर खतरा हो सकता है।