राजसमन्द, 14 अगस्त 2025: थाना दिवेर में रेखा देवी, पुत्री गोपालसिंह, पत्नी किशनसिंह रावत ने अपने पति और ससुरालवालों पर दहेज प्रताड़ना, मारपीट और जेवरात हड़पने का गंभीर आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
रेखा देवी का कहना है कि उनका विवाह नाबालिग अवस्था में किशनसिंह रावत के साथ हिन्दू रीति-रिवाज से सम्पन्न हुआ था। विवाह के बाद उनके एक पुत्र महेन्द्रसिंह और एक पुत्री प्रियंका का जन्म हुआ। शुरुआत में सब सामान्य रहा, लेकिन बाद में पति किशनसिंह, सास अणधीबाई और जेठ शंकरसिंह ने 5 लाख रुपये दहेज की मांग शुरू कर दी।
पैसे देने से इनकार करने पर रेखा देवी के साथ मारपीट, गाली-गलौज और घर से निकालने जैसी घटनाएँ हुईं। उनका आरोप है कि पति किशनसिंह का किसी अन्य महिला से अवैध संबंध भी है और वह घर खर्च के लिए रुपये नहीं देते। इतना ही नहीं, बीमारी के समय भी इलाज नहीं कराया गया और उनकी सोने-चांदी की ज्वेलरी भी छीन ली गई।
रेखा देवी ने पहले भी 26 मई 2022 को लिखित समझौता कराया था, जिसमें पति ने वचन दिया था कि आगे से मारपीट और दहेज की मांग नहीं करेगा। लेकिन आरोप है कि 12 अगस्त 2025 को पुनः 5 लाख रुपये की मांग की गई और मारपीट कर जेवर छीनकर बच्चों समेत घर से निकाल दिया गया।
नई घटना: रेखा देवी ने बताया कि 7 सितंबर 2025 को पति किशनसिंह घर आया और फिर उनके साथ मारपीट की। पीड़िता जब थाने पहुँचीं तो वहाँ भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
प्रार्थी ने थाना दिवेर से आग्रह किया है कि आरोपी पति व ससुरालवालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, छीने गए जेवर बरामद किए जाएँ और उनका मेडिकल कराकर चोटों का रिकॉर्ड तैयार किया जाए।
मुख्य आरोपी:
1. किशनसिंह (पति), पिता सवाईसिंह, निवासी लीकी, तहसील आमेट।
2. अणधीबाई (सास), पत्नी सवाईसिंह।
3. शंकरसिंह (जेठ), पिता सवाईसिंह।
पीड़िता: रेखा देवी, पुत्री गोपालसिंह, निवासी टोकरा, थाना दिवेर।