मिण्ड (म.प्र)। जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक खौफनाक मामला सामने आया है। थाना गेथरी क्षेत्र के ग्राम निवासी रामशरण बशकार पुत्र नारायणदास बशकार ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दिल दहला देने वाली शिकायत दर्ज कराई है।
रामशरण ने बताया कि उसकी पत्नी कौशल्या, जो तीन मासूम बच्चियों की मां है — भानवी (9 वर्ष), वर्षा (6 वर्ष) और श्वेता (2 वर्ष) — को रामजीशरण कौरव पुत्र विक्रम सिंह कौरव निवासी गैवरी ने बहला-फुसलाकर दिनांक 09 सितम्बर 2025 को भगा ले गया।
शिकायत के अनुसार, आरोपी रामजीशरण ने न केवल कौशल्या को अपने घर में बंद कर रखा, बल्कि साथ ही दो सोने के मंगलसूत्र, दो झुमकी, दो अंगूठी, चांदी की पायले, तोड़ियां और करीब हजारों रुपये नगद भी गायब हैं। इतना ही नहीं, वह प्रार्थी की मोटरसाइकिल भी उठा ले गया।
रामशरण का कहना है कि जब वह इलाज करवाकर जबलपुर से लौटा तो उसे सिंगरौली रेलवे पटरी के पास बेहोशी की हालत में पड़ा मिला, हाथ-पैर बंधे हुए थे। आरोप है कि आरोपियों ने उसके साथ अमानवीय व्यवहार करते हुए उसके मुँह में पेशाब तक डाल दी और जातिगत अपमान करते हुए कहा —
> “तू नीच जाति का है, जो करना है कर ले।”
रामशरण ने यह भी बताया कि उसने थाना दबोह में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने केवल एन.सी.आर. (नॉन कॉग्निजेबल रिपोर्ट) दर्ज कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
अब पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक मिण्ड से अनुसूचित जाति-जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर आरोपी रामजीशरण कौरव की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है।
ग्रामीणों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक दलितों के साथ इस तरह के अत्याचार होते रहेंगे और प्रशासन मूकदर्शक बना रहेगा?
स्थानीय सामाजिक संगठनों ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि अगर पुलिस ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
पीड़ित की मांग:
आरोपियों पर SC/ST एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हो।
सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए।
पीड़ित परिवार को सरकारी सुरक्षा व आर्थिक सहायता दी जाए।
घटना तिथि: 09/09/2025
स्थान: ग्राम पथाना दयौर, जिला मिण्ड (म.प्र)
पीड़ित: रामशरण बशकार पुत्र नारायणदास
पीड़िता: कौशल्या बशकार
आरोपी: रामजीशरण कौरव पुत्र विक्रम सिंह कौरव, निवासी गैवरी




