गांव के जनपद और शर्मा परिवार पर गंभीर आरोप — “रुपये लेकर जमीन नहीं दिलाई, अब बुलडोजर और आग से डराया जा रहा है”
भोपाल। राजधानी से सटे बेरसिया तहसील के भेसखेड़ा गांव से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। गांव की रहने वाली नीता सिंह ने आरोप लगाया है कि उसके परिवार को गांव से भगाने की साजिश रची जा रही है। महिला का कहना है कि शर्मा परिवार और गांव के जनपद दीपक विशकर्मा के इशारे पर उसका जीवन नरक बना दिया गया है।
नीता सिंह के मुताबिक, “पांच साल पहले शर्मा परिवार ने हमें जमीन दिलाने के नाम पर 50 हजार रुपये और अलग से 5 लाख रुपये लिए, लेकिन न तो जमीन दिलाई और अब हमें उसी जगह से निकालने की कोशिश कर रहे हैं।”
महिला ने बताया कि दो महीने पहले ही उसके जवान बेटे की संदिग्ध हालात में मौत हो गई, जिसमें उसने थाना गुनगा के बीट इंचार्ज मनोज वर्मा समेत कुछ लोगों की मिलीभगत का आरोप लगाया है। लेकिन जब उसने आईजी भोपाल को आवेदन दिया, तो कार्रवाई करने के बजाय उसके पति और दो निर्दोष युवकों को पुलिस ने पकड़कर झूठे केस में फंसा दिया।
नीता सिंह का कहना है कि “जनपद दीपक विशकर्मा, उसके पिता लक्ष्मण विशकर्मा और शर्मा परिवार बार-बार घर आकर धमकी देते हैं — कि ‘घर पर बुलडोजर चलवा देंगे, आग लगा देंगे।’ जो लोग हमारी मदद करते हैं, उन्हें भी गालियां दी जाती हैं, लड़कियों तक को अपशब्द कहे जाते हैं।”
महिला ने सोशल मीडिया और मीडिया के जरिए मदद की गुहार लगाई है। वह कहती हैं —
“मैं चाहती हूं कि इन लोगों को सबक सिखाया जाए। मेरे बेटे की मौत का इंसाफ मिले और मेरा परिवार सुरक्षित रहे।”
गांव के कुछ लोगों ने बताया कि इलाके में प्रभावशाली लोगों का दबदबा इतना है कि गरीब परिवारों की आवाज अक्सर दबा दी जाती है। वहीं पुलिस विभाग से इस मामले पर बात करने की कोशिश की गई, लेकिन कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली।
अब देखना यह होगा कि क्या भोपाल प्रशासन और पुलिस विभाग इस महिला की आवाज सुनकर न्याय दिलाने के लिए कोई ठोस कदम उठाता है या नहीं।




