सुनील की मौत पर बड़े खुलासे—पैर बेड पर, शरीर पर वार के निशान, पत्नी पर शक**
परिवार बोला—“भैया को बैट-बल्ले से पीटा गया, निशान फोटो में साफ… बेड पर पैर रखे मिले, लटकाया हुआ दिखाने की साजिश”
पत्नी पर हत्या का संदेह, FIR को ‘सुसाइड’ बताकर बदलने का आरोप
कानपुर/औरैया | विशेष रिपोर्ट
कानपुर नगर के थाना बाबू पुरवा क्षेत्र में 43 वर्षीय सुनील कुमार गुप्ता की मौत अब एक गहरी रहस्य बन चुकी है। 1 नवंबर की रात कमरे में पंखे से लटकी लाश मिलने के बाद पुलिस ने इसे आत्महत्या की दिशा में दर्ज किया, लेकिन परिवार के चौंकाने वाले आरोपों और घटनास्थल पर मिले तथ्यों ने मामले को पूरी तरह उलट दिया है।
परिजनों का दावा है—
“यह आत्महत्या नहीं… प्लान बनाकर की गई हत्या है।”
घटना की रात: शव पंखे से लटका, लेकिन पैर बेड पर… प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा—“ये सुसाइड की पोजिशन ही नहीं”
मौके पर पहुंचे लोगों ने बताया—
“सुनील के दोनों पैर बेड पर टिके थे।”
परिवार का कहना है—
“अगर कोई फांसी लगाता है तो उसके पैर हवा में या नीचे रहते हैं, इस तरह बेड पर टिके नहीं होते… यह साफ दिखाता है कि उसे मारकर बाद में लटकाया गया।”
फोटो और मोबाइल रिकॉर्डिंग ने भी इसी ओर इशारा किया।
पीछे से हमला, शरीर पर चोट—परिवार बोला: ‘ये निशान खुदकुशी से नहीं आते’
परिजनों ने बताया कि सुनील के शरीर पर कई गहरे चोट के निशान थे—
चेहरे पर नीला-हरा पड़ना
पीठ पर भारी वार के निशान
बाजू पर सूजन
शरीर पर घसीटने जैसा पैटर्न
बहन वंदना कहती हैं—
“ये फांसी के नहीं, मारपीट के निशान हैं। पहले हमला किया गया है।”
‘बेट (बल्ला) से पीटा गया’—जिस बल्ले से सुनील खेलता था, वही घटनास्थल से गायब
सुनील घर में लकड़ी का बल्ला रखता था, जिससे वह रोज खेलता था।
परिवार का दावा है—
“उसी बल्ले से सुनील पर वार किया गया।”
घटनास्थल की जांच में बल्ला नहीं मिला, जिसे परिवार “सबूत मिटाने की कोशिश” बता रहा है।
पत्नी पर गंभीर आरोप—‘अक्सर मारती थी, झगड़ा दिवाली से पहले भी हुआ था’
परिवार के अनुसार सुनील और उसकी पत्नी प्रियंका के बीच लंबे समय से घरेलू विवाद चल रहा था।
मां महिंद्रा गुप्ता बताती हैं—
“पांच–छह साल से घर में झगड़ा बढ़ गया था।”
“प्रियंका कई बार सुनील को आत्महत्या के लिए उकसाती थी।”
“घटना से एक–दो दिन पहले भी तेज झगड़ा हुआ था।”
इसी तनाव के चलते सुनील ने अपनी मां को औरैया भेज दिया था, और अगले ही दिन उसकी मौत हो गई।
पत्नी प्रियंका अगले दिन ही मायके भागी—परिवार बोला: “अगर सुसाइड होता तो ऐसा नहीं करती”
मौत के अगले दिन ही प्रियंका अपना 8 साल का बेटा डुग्गू लेकर मायके माधवगढ़, उमरी (जालौन) चली गई।
परिजन इसे संदेह के दायरे में देख रहे हैं।
**अब सबसे बड़ा खुलासा: 8 साल के बेटे डुग्गू का बयान—
“पापा को बेड से मारा था… मम्मी ने”**
परिवार के अनुसार, सुनील के 8 वर्षीय बेटे डुग्गू ने छोटे-छोटे शब्दों में एक बड़ा सच सामने लाया है।
परिजनों ने बताया कि बच्चे ने रोते हुए कहा—
“पापा को बेड से मारा… मम्मी ने मारा।”
डुग्गू के इस कथन ने परिवार के आरोपों को और मजबूत कर दिया है।
परिवार कह रहा है—
“इतना छोटा बच्चा झूठ क्यों बोलेगा? जो उसने देखा वही बताया।”
यह बयान पूरे केस का रुख बदल सकता है।
पुलिस पर गंभीर सवाल—‘FIR में हमारी बातें दबा दी गईं’
परिजन आरोप लगा रहे हैं कि FIR में हत्या के महत्वपूर्ण बिंदु नहीं जोड़े गए।
वे कहते हैं—
“हर बात हटाकर FIR को सुसाइड जैसा लिखा गया है… हमारे परिवार की कोई सुनवाई नहीं हो रही।”
75 वर्षीय मां की चीख—‘मेरे पति पहले गए, अब बेटा… मेरी दुनिया खत्म’
मां महिंद्रा गुप्ता टूट चुकी हैं।
उनकी पीड़ा दिल दहला देती है—
“मेरा बेटा इतना सीधा था… वह जान नहीं दे सकता। उसे मारा गया है। मैं कैसे साबित करूं कि मेरे बेटे की हत्या हुई है?”
परिवार की मांग—‘फॉरेंसिक जांच दोबारा हो, पत्नी से पूछताछ हो, मामला हत्या के तहत दर्ज हो’
परिवार चाहता है कि—
कमरे और बेड की दोबारा फॉरेंसिक जांच हो
गायब बल्ले की बरामदगी हो
तस्वीरों, वीडियो और निशानों की क्रॉस-परीक्षा हो
पत्नी और संबंधित लोगों से पूछताछ की जाए
केस को हत्या की धारा में बदला जाए
परिवार का ऐलान—‘सच्चाई सामने आने तक लड़ाई जारी रहेगी’
परिजन साफ कह रहे हैं—
“जब तक सुनील की मौत की असली वजह सामने नहीं आती, हम लड़ाई नहीं छोड़ेंगे।”
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