कर्नाटक में कांग्रेस की खींचतान पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का बयान सामने आया है। सिंधिया पहले कांग्रेस के ही नेता थे, जो कि बाद में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ज्वाइन कर ली।केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कर्नाटक में नेतृत्व को लेकर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच कथित खींचतान को लेकर कांग्रेस पर रविवार को निशाना साधा। सिंधिया ने कहा कि कुछ विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो जनता से सबक सीखने के लिए तैयार ही नहीं होते।
मोदी की अगुवाई में भारत का चहुंमुखी विकास
कर्नाटक में कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेताओं के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान की खबरों पर सिंधिया ने इंदौर में कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का परचम जनता ने पूरे देश में लहराया है। मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने भारत का चहुंमुखी विकास किया है और विश्व पटल पर देश की छवि को उभारा है। दूसरी तरफ, एक ऐसा दल (कांग्रेस) है जो अपनी सत्ता वाले प्रदेश में कुर्सी की लड़ाई में उलझ गया है।’
कुछ छात्र सबक सीखने को तैयार नहीं
उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के ‘अंदरूनी मामले’ पर विस्तृत टिप्पणी नहीं करना चाहते। हालांकि, वह भाजपा के इस धुर प्रतिद्वंद्वी दल पर तंज कसने से नहीं चूके। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘इस दल (कांग्रेस) के भविष्य के बारे में जनता ही निर्णय करती है और जनता बार-बार उन्हें सबक सिखाती है, पर कुछ छात्र ऐसे होते हैं जो सबक सीखने के लिए तैयार ही नहीं होते।’
मदनी के बयान पर भी सिंधिया ने दी प्रतिक्रिया
सुप्रीम कोर्ट को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी के विवादास्पद बयान पर सिंधिया ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है लेकिन प्रजातंत्र के किसी भी स्तंभ, खासकर न्यायपालिका पर किसी भी व्यक्ति को ओछी टिप्पणी कभी नहीं करनी चाहिए।




