आगरा। तहसील बाह, थाना बटेश्वर क्षेत्र के गांव माई (बटेश्वर) निवासी रामप्रसाद पिछले कई महीनों से अत्यंत परेशान हैं। लगभग 10 महीने पहले उन्होंने अपने गांव की ज़मीन से राजकुमार नामक व्यक्ति को मिट्टी सप्लाई की थी। तय समझौते के अनुसार लगभग 3 फ़ीट मिट्टी के लिए डेढ़ लाख रुपए भुगतान होना था।
आरोप है कि राजकुमार ने मौके का फायदा उठाते हुए 3 फ़ीट की जगह 5 फ़ीट मिट्टी उठाई, जिसका कुल मूल्य साढ़े ढाई लाख रुपए के करीब बनता है, लेकिन भुगतान केवल 3 फ़ीट की मिट्टी का ही किया गया।
इस पूरे मामले में गांव झुकी के प्रधान दिनेश मिश्रा (पुत्र—गौरव मिश्रा) की भी हिस्सेदारी बताई जा रही है।
रामप्रसाद का कहना है कि लगभग सवा लाख रुपए का अतिरिक्त बकाया आज तक नहीं दिया गया है। कई बार बात करने के बावजूद सामने वाले न तो पैसा देने से मना कर रहे हैं और न ही भुगतान कर रहे हैं, बस मामला टालते जा रहे हैं।
अकेले रहते हैं रामप्रसाद, सुरक्षा को लेकर चिंता ज़ाहिर
रामप्रसाद के बेटे डालचंद दिल्ली में रहते हैं, जबकि रामप्रसाद गांव में अकेले रहते हैं। इसी कारण उन्होंने चिंता जताई है कि कहीं प्रधान सहित अन्य लोग उनके साथ किसी प्रकार की अनहोनी न कर दें या किसी झूठे मामले में फंसा न दें।
रामप्रसाद का कहना है कि उनकी रोज़ी-रोटी का एकमात्र साधन यही मिट्टी बेचने का काम है। अगर इसी तरह पैसे दबाए जाएंगे, तो उनके परिवार की आजीविका पर गंभीर संकट खड़ा हो जाएगा।
प्रशासन से न्याय की अपील
रामप्रसाद ने मीडिया के माध्यम से जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि:
“हमें किसी से लड़ाई-झगड़ा नहीं चाहिए। बस हमारी मेहनत का पैसा दिलवा दिया जाए। हम गरीब लोग हैं, अकेले रहते हैं, हमें अपनी सुरक्षा का भी डर है।”
स्थानीय प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग
ग्रामीणों का मानना है कि यदि समय रहते प्रशासन हस्तक्षेप करे तो विवाद बढ़ने से पहले सुलझ सकता है। स्थानीय लोगों ने भी अपील की है कि गरीब मजदूर का मेहनत का पैसा दिलाकर न्याय सुनिश्चित किया जाए।




