मुंबई, 10 अप्रैल 2025: जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने अपनी हरित ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी की सहायक इकाई, जेएसडब्ल्यू नियो एनर्जी लिमिटेड ने ओ2 पावर पूलिंग प्राइवेट लिमिटेड से 4,696 मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा प्लेटफॉर्म को 12,468 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर अधिग्रहण कर लिया है। यह जेएसडब्ल्यू एनर्जी का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण है, जिससे कंपनी का कुल स्थापित क्षमता 12,212 मेगावाट हो गई है। इसमें से 6,554 मेगावाट (लगभग 54%) अब नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से आएगी।
इस सौदे के तहत, ओ2 पावर का मिश्रित पोर्टफोलियो जेएसडब्ल्यू समूह में शामिल हो गया है, जिसमें 1.8 गीगावाट सौर ऊर्जा, 0.5 गीगावाट पवन ऊर्जा, 1.6 गीगावाट हाइब्रिड और 0.9 गीगावाट जटिल ऊर्जा समाधान शामिल हैं। ओ2 पावर की 1,343 मेगावाट की परिचालन क्षमता तत्काल प्रभाव से उपलब्ध होगी, जबकि 2,259 मेगावाट जून 2025 तक चालू होने की उम्मीद है। कंपनी का अनुमान है कि नई क्षमता से सालाना 1,500 करोड़ रुपये का स्थिर ईबीआईटीडीए (EBITDA) योगदान मिलेगा।
जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने इस पूरे पोर्टफोलियो को जून 2027 तक पूरी तरह से चालू करने के लिए 13,500 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। यह अधिग्रहण कंपनी को अपने 20 गीगावाट के लक्ष्य को 2030 से पहले हासिल करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ाने में मदद करेगा। ओ2 पावर, जो वैश्विक निवेश फर्मों ईक्यूटी और टेमासेक द्वारा समर्थित है, सात राज्यों में फैले अपने 4,100 मेगावाट उपयोगिता-स्तर और 596 मेगावाट वाणिज्यिक व औद्योगिक परियोजनाओं के साथ एक मजबूत मंच प्रदान करता है।
इस सौदे को पूरी तरह से नकद में वित्तपोषित किया गया है, और यह जेएसडब्ल्यू एनर्जी के लिए भारत के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन में एक महत्वपूर्ण योगदान साबित होगा। कंपनी के शेयर बाजार में प्रदर्शन की बात करें तो गुरुवार को इसके शेयर एनएसई पर 1.62% नीचे 482.3 रुपये पर बंद हुए। यह अधिग्रहण भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ते निवेश और महत्वाकांक्षा को दर्शाता है।
