इंडियन डेयरी एसोसिएशन और विक्रम विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में मध्यप्रदेश में डेयरी विकास : संभावनाएं एवं चुनौतियां विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी की शुक्रवार से शुरुआत होगी। इसमें देशभर की कई डेयरी कंपनियों के साथ ही अन्य बड़े उत्पादक शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा राज्य को डेयरी उत्पाद में अग्रणी बनाने की संकल्पना पर उज्जैन में आयोजित इस दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ 4 जुलाई की सुबह 10 बजे विश्वविद्यालय परिसर स्थित स्वर्ण जयंती सभागार में होगा। कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज के मार्गदर्शन और आईडीए (पश्चिम क्षेत्र) के चेयरमैन डॉ. जेबी प्रजापति के संयोजन में देशभर की कई डेयरी कंपनियों के अलावा बड़ी संख्या में अन्य उत्पादकों की सहभागिता रहेगी।
कुलसचिव डॉ. अनिलकुमार शर्मा ने बताया शुक्रवार सुबह 9 बजे से पंजीयन और 10 से 11.30 बजे तक शुभारंभ सत्र होगा। दोपहर 12 से 1.30 बजे तक तकनीकी सत्र होगा। किसानों से संबंधित पशुपालन, स्मार्ट डेयरी फार्मिंग और सरकारी नीतियों पर मंथन किया जाएगा।
दोपहर में करेंगे चिंतन: दोपहर 2.30 से शाम 4 बजे बजे तक दूसरा तकनीकी सत्र होगा। इसमें डेयरी उद्योग से जुड़े अनुभवों और कार्यों पर चिंतन किया जाएगा। पहले दिन के अंतिम सत्र में दुग्ध उद्योगों से जुड़े प्रबंधन द्वारा शाम 4.30 से 6 बजे तक प्रसंस्करण, विपणन और नवाचार पर मंथन
किया जाएगा। 1948 में स्थापित डेयरी संघ (आईडीए) भारत में डेयरी उद्योग का शीर्ष संस्थान है। आईडीए (पश्चिम क्षेत्र) भारत के पांच प्रमुख राज्यों में सक्रिय कार्य कर रहा है
ई खबर मीडिया से समीर शाह की रिपोर्ट