भिण्ड ( मध्य प्रदेश ): नुनहड़ गांव निवासी जितेन्द्र सिंह उर्फ जीतू पुत्र मानसिंह ने पुलिस थाना गोरमी में एक आवेदन देते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि उनके और उनके भाइयों के संयुक्त स्वामित्व की भूमि सर्वे नंबर 461, 705 और 918 पर गांव के ही कुछ लोगों द्वारा अवैध निर्माण, कब्जा और फर्जी नाम से इंट्री करा ली गई है।
आवेदक के अनुसार, नरेश, रामौतार पुत्रगण लोकमन, मायाराम पुत्र नरेश, और अन्य करीब 15 लोग सर्वे नंबर 461 पर जबरन पक्का निर्माण कर रहे हैं, जबकि उक्त भूमि में उनका कोई अधिकार नहीं है। वहीं सर्वे नंबर 705 पर जबरन कब्जा कर लिया गया है और 918 पर फर्जी तरीके से नाम दर्ज करा लिया गया है।
इसके अलावा जितेन्द्र ने यह भी बताया कि मौजा खोकीपुरा की उनकी 0.26 रकबा भूमि पर उन्होंने सरसों की फसल बोई थी, जिसे उपरोक्त ही लोगों ने जबरन काटकर खेत में इकट्ठा कर लिया है। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई।
मीडिया को जानकारी देते हुए बताया की 461 और 705 पर दबंगों द्वारा लगभग 15 साल से जबरन कब्जा किए हुए हैं उन्होंने इसे छुड़वाने की मांग की तथा हमें हमारी जमीन को हमें दिलवाया जाए मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री से लगाई इंसाफ की गुहार।
उन्होंने पुलिस अधीक्षक भिण्ड को भी आवेदन दिया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़ित ने मांग की है कि अवैध निर्माण रोका जाए, कब्जा हटाया जाए और सरसों की फसल उन्हें वापस दिलाई जाए। साथ ही दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
नुनहड़ गांव में अवैध कब्जा और फसल कटाई का मामला, पीड़ित ने मुख्यमंत्री और पुलिस से लगाई न्याय की गुहार
गोरमी थाना क्षेत्र के नुनहड़ गांव में जमीन विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। गांव के निवासी जितेन्द्र सिंह उर्फ जीतू पुत्र मानसिंह ने आरोप लगाया है कि उनके और उनके भाइयों के संयुक्त स्वामित्व वाली भूमि सर्वे नंबर 461, 705 और 918 पर गांव के ही कुछ दबंगों ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है और फर्जी तरीके से अपने नाम से इंट्री करवा ली है।
जितेन्द्र सिंह ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि नरेश, रामौतार पुत्रगण लोकमन, मायाराम पुत्र नरेश सहित करीब 15 लोगों ने सर्वे नंबर 461 पर जबरन पक्का निर्माण कर लिया है। वहीं सर्वे नंबर 705 पर भी अवैध कब्जा और 918 नंबर पर धोखे से नाम चढ़वा लिया गया है।
इतना ही नहीं, जितेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि खोकीपुरा मौजा की उनकी 0.26 रकबा जमीन पर उन्होंने सरसों की फसल बोई थी, जिसे उपरोक्त लोगों ने जबरन काट लिया और खेत में इकट्ठा कर लिया। जब इसका विरोध किया गया तो जान से मारने की धमकी दी गई।
पीड़ित की ओर से बताए गए आरोपी व उनके परिजनों के नाम इस प्रकार हैं:
नरेश सिंह व पत्नी गंगा बाई
मायाराम व पत्नी रेखा बाई, पुत्री रेशमा
रामौतार व पत्नी फूलन देवी, पुत्र देवेन्द्र सिंह व पत्नी रेखा देवी
राघवेन्द्र सिंह व पत्नी ममता देवी
अजीत सिंह व पत्नी सपना देवी
रमा देवी, पुत्र रंजीत सिंह, पुत्री पूजा और ज्योति
जितेन्द्र सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि ये दबंग पिछले 15 वर्षों से उनकी जमीनों पर कब्जा किए हुए हैं। उन्होंने पुलिस अधीक्षक भिण्ड को भी शिकायत दी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
पीड़ित ने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए, अवैध निर्माण को रोका जाए, कब्जा हटवाया जाए, फसल लौटाई जाए और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो।
यदि प्रशासन जल्द कार्रवाई नहीं करता है, तो पीड़ित न्याय के लिए उच्च न्यायालय जाने की चेतावनी दे चुका है।