सीएम ने एसपी-कलेक्टर को कहा, कॉलोनाइजर पर कार्रवाई कर अवगत कराएं
शहर की पॉश कॉलोनी पार्श्वनाथ कॉलोनी में बिजली संकट का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। पार्श्वनाथ सिटी संघर्ष समिति के अध्यक्ष अभिलाष जैन की अध्यक्षता में रहवासी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिले और बताया कि कॉलोनाइजर बिजली कंपनी को बिल जमा नहीं कर रहा है, जिससे बिजली कंपनी आए दिन बिजली काट देती है। शनिवार को उज्जैन दौरे पर रहे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को रहवासियों ने यह समस्या बताई।
मुख्यमंत्री ने तत्काल एसपी और कलेक्टर को बुलाया और कॉलोनीवासियों के सामने ही कहा कॉलोनाइजर से बात करें कि समस्या कहां आ रही है। अगर वह रहवासियों को परेशान कर रहा है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएं। कार्रवाई के संबंध में मुझे अवगत कराएं।
एसपी प्रदीप शर्मा ने संघर्ष समिति के सदस्यों को सभी संबंधित दस्तावेज लेकर दो दिन में मिलने के लिए बुलाया है ताकि समस्या का समाधान किया जा सके। संघर्ष समिति के अध्यक्ष अभिलाष जैन ने बताया कि कॉलोनाइजर द्वारा विद्युत वितरण कंपनी को बिजली बिल का समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण प्रति माह 2 से 3 दिन बिजली आपूर्ति बंद कर दी जाती है। इससे नागरिकों को विशेषकर बुजुर्गों, बच्चों, विद्यार्थियों और रोगियों को गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कॉलोनाइजर को कॉलोनी में बिजली का ग्रिड बनाना है, लेकिन सालभर बाद भी उसका काम पूरा नहीं हो सका है।
समिति हाईकोर्ट पहुंची तो वहां भी कॉलोनाइजर की तरफ से गलत जानकारी दी जा रही है कि काम चल रहा है। हकीकत यह है कि ग्रिड बनाने के लिए न ट्रांसफार्मर आए और न ही कॉलोनी के पोल का काम किया गया।
कॉलोनाइजर पर केस दर्ज, गिरफ्तारी से बच रही पुलिस कॉलोनी में बिजली की संकट ऐसा है कि हर माह दो से तीन बार बिजली दिन-दिन भर जाती है। रहवासी जनप्रतिनिधियों और बिजली कंपनी के अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाते हैं
तब जाकर रात में बिजली आ पाती है। रहवासियों की तरफ से कॉलोनाइजर पर नागझिरी थाने में प्रकरण भी दर्ज है, लेकिन पुलिस गिरफ्तारी करने या कॉलोनाइजर पर सख्त कार्रवाई से बच रही है। संघर्ष समिति के अध्यक्ष मुख्यमंत्री से मुलाकात कर समस्या बताते हुए।
ई खबर मीडिया से समीर शाह की रिपोर्ट