फतेहपुर (उत्तर प्रदेश)। जनपद फतेहपुर के थाना सुल्तानपुर घोष क्षेत्र के ग्राम घोसी का पुरवा मजरे खरगूपुर बरगला में एक दलित परिवार की 11 वर्षीय मासूम के गायब होने से हड़कंप मचा है। पीड़िता प्रेमा देवी पत्नी राजेश कुमार ने गांव के ही कुछ दबंग लोगों पर बेटी के अपहरण का गंभीर आरोप लगाया है। घटना को लगभग एक महीना बीत जाने के बाद भी बच्ची का कोई सुराग न मिलने से परिजनों में भय और प्रशासन के प्रति नाराजगी दोनों है।
प्रेमा देवी का कहना है कि 3 अक्टूबर 2025 की सुबह करीब 8 बजे गांव के बबलू घोसी पुत्र लल्लू घोसी और सुशील यादव पुत्र मौला सिंह यादव उनकी बेटी के साथ गाली-गलौज और मारपीट कर रहे थे। जब उन्होंने विरोध किया, तो आरोपियों ने धमकी दी कि “तेरी बेटी को उठा ले जाएंगे।” उसी रात उनकी नाबालिग बेटी अंजना देवी (उम्र 11 वर्ष), जो कक्षा 8 की छात्रा है, घर के दरवाजे के पास नीम के पेड़ के नीचे सो रही थी, वहीं से अचानक गायब हो गई।
मां ने बताया कि उन्होंने बेटी की तलाश गांव, आस-पास और रिश्तेदारी तक में की, लेकिन कोई पता नहीं चला। प्रेमा देवी का आरोप है कि बबलू घोसी, सुशील यादव, सावित्री पत्नी भोला सिंह यादव और शारदा पुत्री भोला सिंह यादव ने मिलकर उनकी बेटी का अपहरण किया है। ये लोग गांव के दबंग और गुण्डा किस्म के हैं, जिनसे कोई कुछ कहने की हिम्मत नहीं करता।
पीड़िता का कहना है कि उसने 9 अक्टूबर 2025 को भी थाना सुल्तानपुर घोष में प्रार्थना पत्र दिया था, पर अब तक न तो एफआईआर दर्ज हुई और न ही कोई कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि जब वह न्याय की गुहार लगाने गईं तो आरोपियों ने फिर धमकी दी कि “अगर ज्यादा आवाज उठाई तो बाकी बेटियों को भी गायब कर देंगे।”
पीड़िता ने जिलाधिकारी फतेहपुर को प्रार्थना पत्र भेजकर मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने अनुरोध किया है कि पुलिस को एफआईआर दर्ज करने और बच्ची की बरामदगी के आदेश दिए जाएं।
गांव में इस घटना को लेकर भय का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण दबंगों के हौसले बुलंद हैं। वहीं, परिजन अभी भी इस उम्मीद में हैं कि उनकी मासूम अंजना सुरक्षित घर लौट आए।
> “हम बस अपनी बेटी को वापस चाहते हैं, अब तो डर के मारे रात में नींद नहीं आती,” – रोते हुए बोलीं प्रेमा देवी।
(रिपोर्ट – इ खबर संवाददाता, फतेहपुर)



