औरैया उत्तर प्रदेश
ग्राम खगीपुर निवासी श्रीमती रंजना तिवारी ने उत्तर प्रदेश महिला आयोग, लखनऊ के साथ-साथ उपजिलाधिकारी गढ़ाग भोगन को भी प्रार्थना पत्र भेजकर अपने पिता की संपत्ति में हिस्सेदारी दिलाने और बहनों द्वारा की जा रही ज़्यादती से बचाने की गुहार लगाई है।
प्रार्थनी का आरोप है कि उनके पिता श्री प्रेम नारायण पुत्र प्यारे लाल, निवासी चंदनापुर दयाल सिंह, तहसील अजीतमल, जिला औरैया, का निधन दिनांक 7 सितंबर 2024 को हो गया था। उनके परिवार में तीन ही संतान श्रीमती रेनू (पति नितिन कुमार), श्रीमती कविता (पति मनीष दुबे) और श्रीमती रंजना (पति रविंद्र तिवारी) हैं। माता का भी पूर्व में ही देहांत हो चुका है और कोई पुत्र नहीं है।
रंजना तिवारी का आरोप है कि उनकी बहनें रेनू और कविता उनकी हिस्सेदारी को हड़पने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने बताया कि रेनू और कविता उन्हें संपत्ति से बेदखल करने की धमकी दे रही हैं और घर से निकालने की भी कोशिश की गई है, जिससे वह अत्यंत परेशान हैं।
रंजना ने यह भी कहा कि बहनों द्वारा कीमती जेवरात, घरेलू सामान और बैंक में जमा पैसों पर भी पूरी तरह से कब्जा कर लिया गया है, जबकि वह भी इस संपत्ति की कानूनी उत्तराधिकारी हैं। उन्होंने मांग की है कि न्यायहित में उन्हें भी पिता की संपत्ति में एक-तिहाई वैधानिक हिस्सा दिलाया जाए।
प्रार्थना में की गई मुख्य मांगें
पिता की चल-अचल संपत्ति में एक समान हिस्सेदारी दिलाई जाए।
बहनों द्वारा किए जा रहे कब्जे और मानसिक उत्पीड़न को रोका जाए।
उपजिलाधिकारी महोदय द्वारा हस्तक्षेप कर मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए।
आगामी सुनवाई की तिथि 9 अप्रैल 2025 तय की गई है, जिसमें स्पष्ट आदेश की उम्मीद है।
प्रार्थनी का विवरण:
श्रीमती रंजना तिवारी
पुत्री स्व. प्रेम नारायण
पति: रविंद्र तिवारी
निवासी: खगीपुर, पोस्ट फफूंद, जिला औरैया
मोबाइल: 7505809124।
अब देखने वाली बात यह होगी की प्रशासन इस तरफ भी ध्यान देगा या रंजना तिवारी द्वारा दी गई शिकायतें फाइलों में दब कर रह जाएगी।