अम्बेडकरनगर। महरूआ थाना क्षेत्र के ग्राम मथनी में शुक्रवार सुबह बिजली के तार बिछाने को लेकर पुराना विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया। मामला उस समय बिगड़ गया जब विपक्षी पक्ष के लोगों ने प्रार्थी के परिवार पर पेड़ काटने की मशीन से जानलेवा हमला कर दिया। इस घटना में एक गर्भवती महिला गंभीर रूप से घायल हो गई जबकि अन्य परिजनों को भी चोटें आई हैं।
जानकारी के अनुसार, पीड़ित संदीप निषाद पुत्र रामचेत ग्राम मथनी निवासी हैं। उनका पड़ोसी मनीष निषाद व उसका भाई हरीश निषाद पुत्र दशरथ दीन से लंबे समय से बिजली का तार बिछाने को लेकर विवाद चल रहा था। शुक्रवार सुबह करीब 10:30 बजे बिजली विभाग के कर्मचारी भी मौके पर मौजूद थे। इसी दौरान सफेदा के एक पेड़ को काटने को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए।
संदीप निषाद का कहना है कि उक्त पेड़ उनकी निजी जमीन पर है और उसका स्वामित्व उन्हीं का है। लेकिन विपक्षी मनीष और हरीश पेड़ काटने पर अड़े थे और मशीन मंगवाकर पेड़ काटने लगे। जब संदीप और उनका परिवार विरोध करने पहुंचा तो विवाद बढ़ गया। आरोप है कि मनीष ने जान से मारने की नीयत से पेड़ काटने वाली मशीन से संदीप की गर्भवती बहन (जो लगभग 4-5 महीने की गर्भवती बताई जा रही हैं) के हाथ और पेट पर वार कर दिया।
हमले में घायल महिला गंभीर रूप से लहूलुहान होकर गिर पड़ी। उसे बचाने दौड़ी संदीप की पत्नी पर भी हरीश ने हमला करने की धमकी दी और कहा कि “इसी मशीन से इसे भी काट दो।” बीच-बचाव करने आए संदीप को भी चोटें आई हैं।
घटना के दौरान विपक्षियों ने संदीप की मां और बहन को गाली-गलौज भी की और घायलों को मरणासन्न अवस्था में छोड़कर मौके से फरार हो गए।
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया। पुलिस को घटना की सूचना दे दी गई है। पीड़ित पक्ष ने आरोपियों के खिलाफ जानलेवा हमला, गाली-गलौज और धमकी देने की तहरीर दी है।
पुलिस की भूमिका
पुलिस की भूमिका ऐसी घटनाओं में महत्वपूर्ण होती है, खासकर जब आरोपियों की गिरफ्तारी की बात आती है। पुलिस को चाहिए कि वह आरोपियों के खिलाफ सबूत इकट्ठा करे और उन्हें गिरफ्तार करे।
न्याय की मांग
संदीप निषाद और अन्य पीड़ितों को न्याय की मांग करनी चाहिए। इसके लिए उन्हें पुलिस और न्यायालय का सहारा लेना होगा। न्यायालय आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।