बलिया जनपद के दुबहड़ थाना क्षेत्र के ग्राम नगवा में एक परिवार पर जानलेवा हमला हुआ।
कारण? सिर्फ इतना कि उन्होंने पुरानी जमीन के रास्ते से जुड़े अपने हक की बात की।
8 मई 2025 की रात करीब 9:30 बजे, रविशंकर गुप्ता के घर पर हमला कर दिया गया।
हमलावरों में आशीष पाठक, कुलदीप पाठक, कल्लू पाठक, अनिल पाठक और अन्य लोग शामिल थे।
लाठी-डंडों से पूरे परिवार की बेरहमी से पिटाई की गई। महिलाएं, बच्चे—कोई नहीं बचा।
इतना ही नहीं, घर में घुसकर गालियां दी गईं, जान से मारने की धमकियां दी गईं और लूटपाट भी की गई।
रविशंकर गुप्ता की सोने की चेन, अंगूठी और घड़ी भी गायब कर दी गई।
रविशंकर बताते हैं कि जब वे थाने पहुंचे, FIR दर्ज करवाने की कोशिश की, तो इसी बीच आरोपियों ने दोबारा उनके घर पर धावा बोल दिया।
महिलाओं और बच्चों से मारपीट की गई।
सवाल यह है—क्या पुलिस की आंखें बंद हैं?
क्या कानून सिर्फ ताकतवरों के लिए है?
आज ये पीड़ित परिवार थानाध्यक्ष से न्याय की गुहार लगा रहा है।
प्रमोद गुप्ता ने प्रार्थनापत्र देकर उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
क्या है पूरा मामला
बलिया में पुरानी जमीन के रास्ते को लेकर हमला, मारपीट व लूटपाट का आरोप, पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
पीड़ित परिवार ने की थानाध्यक्ष से न्याय की गुहार
बलिया: जनपद बलिया के दुबहड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम नगवा में पुराने रास्ते के विवाद को लेकर एक परिवार पर जानलेवा हमला करने और गहने व सामान लूट ले जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़ित रविशंकर गुप्ता (उम्र 28 वर्ष), पिता प्रमोद गुप्ता ने बताया कि दिनांक 8 मई 2025 की रात करीब 9:30 बजे आशीष पाठक, कुलदीप पाठक (पिता अनिल पाठक), कल्लू पाठक (पिता अरविंद पाठक), अनिल पाठक और अन्य लोगों ने मिलकर उनके घर पर हमला कर दिया।
पीड़ित के अनुसार, हमलावरों ने पुरानी जमीन के रास्ते को लेकर विवाद के दौरान लाठी-डंडों से मारपीट की और पूरे परिवार को गंभीर चोटें आईं। इसके साथ ही घर में घुसकर गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई। हमले के दौरान रविशंकर गुप्ता की सोने की चेन, अंगूठी और घड़ी भी गायब हो गई, जिसे काफी खोजबीन के बाद भी नहीं पाया गया।
रवि शंकर ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जब हम थाने में एफआईआर दर्ज करवाने गए तब आरोपियों ने पीछे से हमारे घर की महिलाओं और बच्चों से मारपीट की और गाली गलौज किया रवि शंकर ने कहा कि आरोपियों पर सबसे सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ताकि हमें न्याय मिल सके और आरोपी भविष्य में ऐसी घटना को अंजाम देने से पहले 100 बार सोचें।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि घटना की सूचना देने के बावजूद पुलिस प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है और FIR तक दर्ज नहीं की गई। रविशंकर के पिता प्रमोद गुप्ता ने दुबहड़ थानाध्यक्ष को प्रार्थनापत्र देकर उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।