पटना/बिहार:
भक्ति संगीत की मधुर लहरों के बीच एक नाम तेजी से उभर रहा है – बबलू यादव, जो न केवल अपनी soulful आवाज़ से लोगों के दिलों को छू रहे हैं, बल्कि भोजपुरी भाषा में भक्ति गीतों को एक नई पहचान भी दे रहे हैं। बबलू यादव, पिता श्री राम शियावर यादव के पुत्र हैं और गांव – चंदा, अथमलगोला प्रखंड, जिला – पटना, बिहार के निवासी हैं।
पिछले 5 वर्षों से बबलू यादव पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ भोजपुरी भक्ति गीतों के माध्यम से भक्तों के मन में आस्था की अलख जगा रहे हैं। उन्होंने अनेक देवी-देवताओं पर आधारित गीत गाकर धार्मिक आयोजनों, जागरणों और यूट्यूब जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्मों पर अपनी विशेष पहचान बनाई है।
ग्रामीण परिवेश से आने वाले बबलू यादव ने शुरुआत में गांव के छोटे-छोटे भजन मंडलियों और धार्मिक आयोजनों में गाना शुरू किया। लेकिन उनका समर्पण, स्वर की मधुरता और भक्ति में डूबे गीतों ने उन्हें श्रोताओं का चहेता बना दिया। वे खासतौर पर भोलेनाथ, दुर्गा माता, श्रीराम, और राधा-कृष्ण पर आधारित गीतों को अपनी आवाज़ में ढालते हैं।
आज के दौर में जहां डिजिटल प्लेटफॉर्म कलाकारों को नई ऊंचाई दे रहे हैं, वहीं बबलू यादव ने भी यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे माध्यमों के ज़रिए हजारों श्रोताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा है। उनके कई गीत लाखों व्यूज़ पा चुके हैं और स्थानीय भोजपुरी चैनलों पर भी उनके भजन नियमित रूप से प्रसारित होते हैं।
बबलू यादव के गीतों में सिर्फ भक्ति नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता का भी समावेश होता है। वे अपने गीतों में नशा, अंधविश्वास और समाज में फैल रही कुरीतियों के खिलाफ भी संदेश देते हैं, जिससे उनके गीत युवाओं को भी प्रेरित करते हैं।
बबलू यादव का सपना है कि वे भोजपुरी भक्ति संगीत को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएं। वे आने वाले समय में और अधिक स्टूडियो रिकॉर्डिंग, वीडियो एलबम, तथा भक्ति यात्रा कार्यक्रमों में भाग लेने की योजना बना रहे हैं।
भक्ति भावना से भरे और सुरों में पगे बबलू यादव आज बिहार के युवाओं के लिए प्रेरणा बनते जा रहे हैं। उनके गीत न केवल भक्ति भाव को जाग्रत करते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करते हैं। भोजपुरी संगीत को धार्मिक रंग में ढालने वाले इस युवा कलाकार का सफर प्रशंसनीय और सराहनीय है।