प्रयागराज। प्यार, भरोसा और शादी के सपने… लेकिन अंत में मिली सिर्फ धोखा, बेवफाई और धमकियां! प्रयागराज की रहने वाली रिंकी ने अपने दो साल के मासूम बच्चे को गोद में लेकर इंसाफ की गुहार लगाई है। रिंकी का कहना है कि योगेंद्र विजेंद्र उर्फ शिवानी ने शादी का झांसा देकर उनके साथ संबंध बनाए, जिसके बाद उनका एक बेटा हुआ। लेकिन अब जब शादी की बारी आई तो योगेंद्र ने उसे अपनाने से साफ इनकार कर दिया।
सपने दिखाए, संबंध बनाए, फिर छोड़ दिया
रिंकी का आरोप है कि योगेंद्र ने उसे शादी के सुनहरे सपने दिखाए, साथ जीने-मरने की कसमें खाईं और फिर उसे अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। भरोसे की डोर इतनी मजबूत थी कि उसने योगेंद्र पर पूरी तरह विश्वास कर लिया, लेकिन जब हकीकत सामने आई तो यह सब एक सुनियोजित धोखे के अलावा कुछ नहीं निकला।
रिंकी का कहना है, “योगेंद्र ने मेरे साथ दो साल तक संबंध बनाए और मेरा विश्वास तोड़ा। जब मैं गर्भवती हुई तो उसने कहा कि चिंता मत करो, हम शादी करेंगे। लेकिन अब वह अपनी ही बात से मुकर गया है। मेरे मासूम बेटे का क्या दोष? वह अपने ही पिता के प्यार और अधिकार से वंचित क्यों रहे?”
परिवार भी बना रहा है दबाव, मिल रही हैं धमकियां
रिंकी ने आरोप लगाया कि अब न सिर्फ योगेंद्र बल्कि उसके परिवार वाले भी उसे धमका रहे हैं। वे उसे चुप रहने और इस मामले को रफा-दफा करने के लिए डराने-धमकाने में लगे हैं। लेकिन वह अपने बच्चे के भविष्य को लेकर डरी हुई हैं और अब प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रही हैं।
अब कहां जाए रिंकी, कौन सुनेगा उसकी फरियाद?
अपने मासूम बेटे को गोद में लेकर रोती बिलखती रिंकी का सवाल है कि अब वह कहां जाए? कौन सुनेगा उसकी फरियाद? क्या उसे और उसके बच्चे को इंसाफ मिलेगा? या फिर समाज ऐसे मामलों में हमेशा की तरह चुप्पी साध लेगा?
रिंकी ने प्रशासन और न्यायपालिका से अपील की है कि योगेंद्र के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो ताकि कोई और लड़की इस तरह धोखे का शिकार न हो।
क्या मिलेगा न्याय या यूं ही दबा दिया जाएगा मामला?
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है। क्या योगेंद्र को उसके किए की सजा मिलेगी? क्या मासूम बच्चे को उसके हक का अधिकार मिलेगा? या फिर यह भी एक ऐसा मामला बनकर रह जाएगा जहां एक महिला इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होगी?