सतना (रामपुर बाघेलान)।
ग्राम पंचायत चितगढ़ और उसके बगल के गांव सेमरी के करीब 1500 ग्रामीण बीते कई सालों से सड़क की मांग कर रहे हैं। चितगढ़ से बंधिन टोला को जोड़ने वाला यह लगभग डेढ़ किलोमीटर का कच्चा रास्ता आज भी सुदूर ग्राम संपर्क योजना की सूची से बाहर है, जबकि यह रास्ता पूरी तरह शासकीय भूमि पर स्थित है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह उनका मुख्य आवागमन मार्ग है, लेकिन बरसात में हालत और भी खराब हो जाती है। सड़क पर घुटनों तक कीचड़ और जलभराव हो जाता है। अगर कोई बीमार पड़ जाए तो उसे अस्पताल तक ले जाना भी दूभर हो जाता है। कई बार तो ऐसा हुआ कि मरीज समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाया। ग्रामीण बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है क्योंकि स्कूल जाने के लिए यही एकमात्र रास्ता है। इसके अलावा आसपास के किसानों की कृषि निस्तारित भूमि तक भी इसी मार्ग से पहुंच होती है।
सभी स्तर पर पहुंचाई गई गुहार
ग्रामीणों ने ग्राम सभा प्रस्ताव, पंचायत सरपंच, जिला पंचायत सदस्य और सांसद प्रतिनिधि के माध्यम से अपनी मांग शासन तक पहुंचाई है। आवेदन के साथ प्रस्ताव भूमि के नक्शा और खसरा की प्रतियां भी संलग्न की गई हैं।
ग्रामीण वैदेही शरण निवारी, कालिका चतुर्वेदी और सुनील कुमार ने बताया कि ‘हमारी बार-बार की गुहार के बावजूद अब तक सड़क नहीं बन पाई है। बरसात में तो हालात ऐसे हो जाते हैं कि गांव से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है। सरकार ने गांव-गांव सड़क पहुंचाने का सपना दिखाया था, लेकिन यह गांव आज भी सड़क के लिए तरस रहा है।’
ग्रामीणों की मांग – सुदूर ग्राम संपर्क योजना में हो शामिल
ग्रामीणों की मांग है कि चितगढ़ से बंधिन टोला तक के इस मार्ग को जल्द से जल्द सुदूर ग्राम संपर्क योजना में शामिल किया जाए, ताकि 1500 से अधिक की आबादी को सड़क सुविधा का लाभ मिल सके और भविष्य में कोई जनहानि न हो