मुंब्रा, ठाणे: ठाणे जिले के मुंब्रा इलाके में अवैध निर्माण को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। स्थानीय निवासी हरिनारायण शर्मा ने ठाणे महानगरपालिका से शिकायत दर्ज कराते हुए बताया है कि उनके पड़ोसी एकनाथ शिंदे अपने मकान की ऊँचाई बढ़ाने के लिए लोहे के चैनल और अतिरिक्त दीवारें खड़ी कर रहे हैं, जिससे उनके घर की संरचना को खतरा पैदा हो गया है।
शिकायतकर्ता का आरोप – घर की दीवार को नुकसान पहुंचा
हरिनारायण शर्मा के अनुसार, वे अपने परिवार के साथ पिछले 30 वर्षों से शंकर मंदिर के पास, गंगाराम मिस्त्री चॉल में रहते हैं। उनके पड़ोसी एकनाथ शिंदे पहले ही अपने मकान की ऊँचाई बढ़ाने के लिए लोहे के चैनल लगा चुके हैं, जो सीधे शर्मा के घर की दीवार से जुड़े हुए हैं। अब वे दो और ईंटें जोड़कर मकान को और ऊँचा करने की योजना बना रहे हैं।
जब शर्मा ने उन्हें ऐसा करने से मना किया, तो एकनाथ शिंदे ने कथित तौर पर धमकी दी कि वे किसी से भी शिकायत कर सकते हैं, लेकिन निर्माण कार्य नहीं रुकने वाला। शर्मा का कहना है कि पहले ही उनके घर की गैलरी की 1-2 फीट जगह कम हो चुकी है, और अब यह नया अवैध निर्माण उनकी समस्या को और बढ़ा देगा।
मनपा अधिकारियों ने किया था निरीक्षण, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई
हरिनारायण शर्मा ने पहले भी 4 फरवरी 2025 को ठाणे महानगरपालिका में शिकायत पत्र भेजा था। इसके बाद 10 फरवरी 2025 को मनपा के अधिकारी पाटिल साहेब दो अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और अवैध निर्माण की तस्वीरें भी लीं। बाद में यह मामला राहुल सांगले को सौंपा गया, जिन्होंने 11 फरवरी 2025 को दोनों पक्षों को अपने कार्यालय में बुलाकर चर्चा की।
राहुल सांगले ने सुझाव दिया कि शर्मा के घर के पत्रे (छप्पर) नहीं काटे जाएंगे, बल्कि दोनों पक्ष आपसी सहमति से समाधान निकालें। उन्होंने पानी निकासी के लिए पाइप लगाने की भी सलाह दी, लेकिन एकनाथ शिंदे और उनके परिवार ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और अब अवैध निर्माण जारी है।
वरिष्ठ अधिकारियों से कार्रवाई की मांग
हरिनारायण शर्मा ने ठाणे महानगरपालिका के बाळू बिच्चड साहेब को पत्र लिखकर वरिष्ठ अधिकारियों से अपील की है कि इस अवैध निर्माण की तुरंत जांच की जाए और इसे रोका जाए। उन्होंने अधिकारियों से अनुरोध किया है कि शिंदे परिवार को घर की ऊँचाई बढ़ाने की अनुमति न दी जाए और उनके घर की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
स्थानीय संगठन ने भी दी समर्थन की बात
शर्मा ने अपने पत्र की एक कॉपी “RIDA FOR ARSHIYA WELFARE FOUNDATION” को भी भेजी है, ताकि सामाजिक संगठनों की ओर से इस मामले में दखल दिया जा सके और जरूरत पड़ने पर कानूनी कार्रवाई की जा सके।
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ठाणे महानगरपालिका इस शिकायत पर क्या कदम उठाती है और क्या अवैध निर्माण को रोका जा सकता है या नहीं।
स्थानीय संवाददाता ईखबर मीडिया की रिपोर्ट