अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का नाम बाबा साहब अंबेडकर के नाम से घोषित कर उसमे अनुसूचित जाति जनजाति के बच्चो के लिए आरक्षण करने की मांग महामहिम राज्यपाल से कीगई है।
भाजपा पिछड़ा मोर्चा सोशल मीडिया के जिला प्रमुख रितेश सैन ने उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल को भेजे एक पत्र में कहा कि देश संविधान से चलता है और यहां हर धर्म का व्यक्ति संविधान को मानने वाला व्यक्ति है संविधान के निर्माता बाबा साहब डॉ० भीमराव अंबेडकर ने संविधान के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है देश की जनता चाहती है कि संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर के नाम पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का नाम बदलकर बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी किया जाए जिससे समाज में बाबा साहब के प्रति सम्मान की भावना बढ़ेगी युवाओं को बाबा साहब के आदर्श पर चलने का संकल्प लेने का सौभाग्य मिलेगा और बाबा साहब के आदर्शों पर चलकर देश आगे बढ़ेगा और संविधान को बारीकी से जानने का देश की जनता को अवसर मिलेगा पत्र में कहा गया है कि बड़े दुर्भाग्य की बात है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में अनुसूचित जाति जनजाति के बच्चो के लिए संविधान को लागू हुई कितने दिन हो गए लेकिन आज तक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आरक्षण की व्यवस्था नहीं है जोकि सोने का विषय है क्योंकि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी भी भारत में ही है और यहां पर बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का संविधान चलता है और संविधान यह कहता है कि हर गरीब पिछड़ी अति पिछड़े अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति आदिवासी को शैक्षणिक आरक्षण के रूप में छात्रों और छात्राओं को आरक्षण का लाभ मिले जिस पर ध्यान देना जरूरी है
अतः अलीगढ़ यूनिवर्सिटी का नाम बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के नाम पर कर यूनिवर्सिटी में अनुसूचित जाति जनजाति के बच्चो के लिए आरक्षण की व्यवस्था कराए जाने के आदेश जारी करने की कृपा करें। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भी संविधान के तहत आरक्षण प्रक्रिया लागू होनी चाहिए
ई खबर मीडिया के लिए राजवीर सिंह जिला बिजनौर नजीबाबाद रिपोर्ट