जिला सागर के थाना बंडा क्षेत्र की रहने वाली वैजयंतीबाई (उम्र लगभग 30 वर्ष), जो यशपाल अहिरवार की पत्नी हैं, बीते 12 वर्षों से वैवाहिक प्रताड़ना, पारिवारिक कलह और न्यायिक संघर्ष का सामना कर रही हैं। वैजयंती के भाई हरिचरण हरवल (उम्र 35 वर्ष) ने बताया कि बहन की शादी 14 मई 2011 को ग्राम सांदागिर से हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार यशपाल से हुई थी।
शादी के बाद शुरू में संबंध सामान्य रहे, लेकिन कुछ ही समय बाद विवाद शुरू हो गया। बताया गया कि शादी के एक वर्ष बाद से ही पति-पत्नी में मतभेद गहराने लगे और देखते ही देखते मामला न्यायालय तक जा पहुंचा। बीते 11 वर्षों से वैजयंती अदालत में अपने अधिकारों और सम्मान की लड़ाई लड़ रही हैं।
विवाह के समय वैजयंती के पिता ने अपनी हैसियत से अधिक खर्च करते हुए लगभग 1.5 लाख रुपये मूल्य का दहेज यशपाल और उसके परिवार को दिया था, फिर भी ससुराल पक्ष संतुष्ट नहीं हुआ।
धारा 125 दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 के तहत वैजयंती ने न्यायालय में भरण-पोषण का मामला भी दायर किया है, जिसकी सुनवाई प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी चण्डा की अदालत में जारी है।
पिछले दो वर्षों से वैजयंती अपने मायके ग्राम सांदागिर में ही रह रही हैं। इस बीच यशपाल ने दूसरी शादी कर ली है, जिससे पीड़िता को और गहरा मानसिक आघात पहुंचा है। पीड़िता का एक 5 साल की बेटी भी है, जिसकी परवरिश की जिम्मेदारी अकेले वैजयंती पर है।
पीड़िता की मांग:
वैजयंती ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि उसे न्याय दिलाया जाए और दूसरी शादी करने वाले पति यशपाल के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
क्या है पूरा मामला
12 साल से वैजयंती की शादी में कलह, पति ने कर ली दूसरी शादी, महिला मायके में रहकर ढूंढ रही न्याय
सागर जिले के थाना बांदा क्षेत्र निवासी 35 वर्षीय हरिचरण हरवल की बहन वैजयंती (उम्र 30 वर्ष) पिछले 12 वर्षों से वैवाहिक विवाद का सामना कर रही है। वैजयंती की शादी यशपाल नामक व्यक्ति से हुई थी, जिससे उन्हें एक 5 साल की बेटी भी है।
शादी के महज एक साल बाद से ही वैजयंती और उनके पति के बीच विवाद शुरू हो गया था, जो अब तक जारी है। 11 वर्षों से दोनों पक्षों के बीच कानूनी लड़ाई चल रही है।
स्थानीय लोगों के अनुसार वैजयंती कभी ससुराल में तो कभी मायके में रह रही थीं, लेकिन पिछले दो वर्षों से वह पूरी तरह से अपने मायके में ही रह रही हैं।
अब स्थिति और गंभीर तब हो गई जब वैजयंती के पति यशपाल ने दूसरी शादी कर ली। पीड़िता न्याय की उम्मीद में दर-दर भटक रही है और प्रशासन से मांग कर रही है कि उसे न्याय दिलाया जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।