रुड़की (हरिद्वार)।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी निवासी मजदूर कैमुद्दीन ने रुड़की के उपजिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि उसने और उसकी टीम ने मैसर्स कृष्णा ब्रिक सप्लाई, ग्राम नगला इमरती, बिझौली रोड, रुड़की में 30 हजार ईंटों की पथाई का काम समय से पूरा किया, लेकिन ठेकेदार फरमान ने मजदूरी देने से साफ इनकार कर दिया। पीड़ित ने पुलिस जांच और कार्रवाई की मांग की है।
कैमुद्दीन ने बताया कि उसने 6 मई 2025 को कृष्णा ब्रिक सप्लाई के मालिक फरमान (मोबाइल नंबर 9557459580) के साथ लिखित इकरारनामा किया था, जिसमें यह तय हुआ था कि 5 जून 2025 तक 30 हजार ईंटों की पथाई का कार्य पूर्ण करना है। प्रार्थी के मुताबिक उसने और उसके साथ आई लेबर टीम ने तय समयसीमा में पूरी मेहनत के साथ काम पूरा कर दिया, लेकिन कार्य पूर्ण होने के बावजूद फरमान लगातार मजदूरी टालता रहा।
पीड़ित ने बताया कि वह मूलरूप से ग्राम कुकरा खेरी, तहसील गोला, जिला लखीमपुर खीरी का निवासी है और इन दिनों अपने काम के सिलसिले में रुड़की के नगला इमरती क्षेत्र में रह रहा है। उसने बताया कि अपने सीमित संसाधनों के बावजूद वह और उसकी टीम मजदूरी की उम्मीद में दिन-रात काम करते रहे, लेकिन जब पैसे मांगे गए तो ठेकेदार ने टालमटोल शुरू कर दी।
कैमुद्दीन ने उपजिलाधिकारी से मांग की है कि कृष्णा ब्रिक सप्लाई के मालिक फरमान के खिलाफ सिविल लाइंस कोतवाली को निर्देश देकर जांच करवाई जाए और उसे तथा उसकी लेबर को मजदूरी दिलवाई जाए। साथ ही आरोपी पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए, जिससे भविष्य में कोई और मजदूर इस तरह के शोषण का शिकार न हो।
फिलहाल पीड़ित न्याय के इंतजार में है और प्रशासन से उचित कार्रवाई की उम्मीद लगाए बैठा है।
स्थानीय संवाददाता ई खबर मीडिया की रिपोर्ट