बक्सर (नवानगर)। सोनवर्षा गांव के रहने वाले मुनेन्द्र कुमार साह (32 वर्ष) इन दिनों गंभीर मानसिक तनाव और असुरक्षा के माहौल में जीवन जीने को मजबूर हैं। वजह है—उनकी वैध रैयती जमीन पर निर्माण कार्य के दौरान कुछ स्थानीय दबंगों द्वारा मारपीट, धमकी और जबरन वसूली की मांग।
मुनेन्द्र कुमार ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2023 में सोनवर्षा मौजा के खाता संख्या 130, खेसरा संख्या 741 के अंतर्गत 10 डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री नारायण तातो, महेन्द्र चाती और जहेन्द्र तातो से की थी। वैध दस्तावेजों के आधार पर जब वे अपने परिवार के लिए घर बनाने का सपना साकार करने लगे तो कुछ स्थानीय लोग—परशुराम यादव, पार्वती देवी, काजी यादव, विनोद यादव और बबन यादव—ने न केवल मापी कार्य में बाधा डाली, बल्कि जान से मारने की धमकी तक दी।
रंगदारी की मांग और खुली धमकी
पीड़ित के अनुसार, आरोपितों ने ₹5 लाख की रंगदारी टैक्स की मांग करते हुए चेतावनी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो मकान बनाने नहीं दिया जाएगा। इतना ही नहीं, मापी करने आए कर्मियों को भी डराने-धमकाने का प्रयास किया गया। मामला यहीं नहीं रुका—22 मई 2024 को जब पहली बार मापी कराई गई तो दबंगों ने प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर उसे बाधित कर दिया। इसके बाद प्रशासन ने 16 अगस्त को पुनः मापी कार्य कराया, जिसमें 9 डिसमिल भूमि चिन्हित कर चूने से सीमांकन किया गया।
प्रशासनिक कार्रवाई की मांग
मुनेन्द्र कुमार ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी डुमराँव, अंचल अधिकारी नवानगर और थाना अध्यक्ष सोनवर्षा को लिखित आवेदन देकर आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि यह सिर्फ जमीन का नहीं, बल्कि उनके और उनके परिवार की सुरक्षा और सम्मान का भी सवाल है।
पीड़ित की गुहार: “हमें न्याय चाहिए, इंसाफ चाहिए”
मीडिया के माध्यम से मुनेन्द्र कुमार साह ने स्थानीय प्रशासन और बिहार सरकार से अपील की है कि उन्हें न्याय दिलाया जाए और आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई आम नागरिक अपने ही जमीन पर घर बनाने से डरने न लगे। उन्होंने मुख्यमंत्री से भी गुजारिश की है कि ऐसे मामलों में त्वरित हस्तक्षेप हो, ताकि कानून का भय और न्याय का विश्वास लोगों में बना रहे।
क्या है पूरा मामला
रैयती जमीन पर मकान निर्माण में बाधा, मारपीट और रंगदारी की धमकी देने वालों पर कार्रवाई की मांग
बक्सर (नवानगर)। सोनवर्षा गांव निवासी मुनेन्द्र कुमार साह (32 वर्ष) नवानगर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। इन्होने ने वर्ष 2023 में सोनवर्षा मौजा के खाता संख्या 130, खेसरा संख्या 741 के अंतर्गत 10 डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री कराई थी। यह जमीन नारायण तातो, महेन्द्र चाती और जहेन्द्र तातो से क्रय की गई थी। जमीन पर मकान निर्माण के दौरान कुछ स्थानीय लोगों द्वारा निर्माण कार्य में बाधा डालते हुए मारपीट और रंगदारी टैक्स की मांग की गई।
परिवादी मुनेन्द्र कुमार साह ने आरोप लगाया है कि परशुराम यादव, पार्वती देवी, काजी यादव, विनोद यादव और बबन यादव नामक लोगों ने मापी कार्य में बाधा उत्पन्न की और जान से मारने की धमकी भी दी। उन्होंने ₹5 लाख की रंगदारी टैक्स की मांग करते हुए मकान नहीं बनाने देने की चेतावनी दी।
मुनेन्द्र कुमार ने मामले को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी डुमराँव, अंचल अधिकारी नवानगर तथा थाना अध्यक्ष सोनवर्षा को आवेदन सौंपा है। मामले में दिनांक 22 मई 2024 को पहली बार मापी कार्य कराया गया, परंतु विपक्षियों ने मापी में बाधा पहुँचाई। पुनः 16 अगस्त को दुबारा मापी कर सीमांकन किया गया, जिसमें केवल 9 डिसमिल जमीन चिन्हित की गई और चूना से सीमांकन कर दस्तावेज तैयार किया गया।
परिवादी ने प्रशासन से मांग की है कि उनके रैयती भूमि पर अवैध कब्जे की कोशिश, रंगदारी की मांग और जान से मारने की धमकी देने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि उन्हें और उनके परिवार को न्याय मिल सके।
परिवार में मीडिया के माध्यम से स्थानीय प्रशासन और मुख्यमंत्री से लगाई न्याय की गुहार