मुक दर्शक बना कोंडागांव पुलिस
रिपोर्टर- गांधीराम नाग ।
कोंडागांव/छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के आदिवासी अंचल कोंडागांव जिला जुआ की चपेट में आ चुकी है जहां साप्ताहिक हाट बाजारों में लगातार खुढ़खुढ़ी व जुआ देखने को मिल रहा है जो की कोंडागांव थाना पुलिस के संरक्षण में होना प्रतीत हो रहा है जिसकी सूचना लगातार देने के बावजूद भी जुआ पर नियंत्रण एवं कार्रवाई करने की हिम्मत कोंडागांव थाना पुलिस नहीं जुटा पा रही है जिससे यह अंदेशा लगाया जा रहा है की पुलिस की मिली भगत में साप्ताहिक हाट बाजार करियाकाटा ,दहीकोंगा में दिन शुक्रवार पुलिस और जुआरी के बीच में बड़ी शॉठगाठ नजर आने लगी है जिससे बस्तर अंचल के आदिवासियों की गाढ़ी कमाई इस तरह की अवैध गतिविधियों में बर्बाद हो रही है जिस पर रोक लगाना बेहद जरूरी है अन्यथा सामाजिक बुराई जब बढ़ने लगेगी तो अंचल वासीयों की भविष्य पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। ज्ञात हो की बस्तर क्षेत्र में किसान फिलहाल खेती-बाड़ी में मगन मस्त है किंतु बारिश छटने के बाद अक्टूबर नवंबर में मेला मड़ई हॉट बाजार जोर पकड़ लेता है तो साथ-साथ जुआ तस्करी भी हावी हो जाती है जिस पर भाग्य आजमाने युवा बुजुर्ग सहित तमाम उम्र के लोग भाग लगते हैं और अंत में हाथ खाली हो जाता है जिसके गम में मधपान की ओर व्यक्ति अग्रसर होता है जिसके चलते घर परिवार में पारिवारिक कलह बढ़ने लगती है जिससे जनहानि की संभावना भी काफी बढ़ जाती है और कई परिवार तबाह हो जाती है ।नशे में कई दुर्घटनाएं भी राह चलते घट जाती है इसीलिए जुआ जैसी अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाना कोंडागांव पुलिस के लिए बेहतर होगा। किंतु कोंडागांव जिला के थाना प्रभारी की कार्य प्रणाली सभी के समक्ष है। विशेष बुद्धिजीवी थाना को सूचित करते हैं किंतु उसे पर अमल बेहतर ढंग से नहीं हो पाता साथ ही सांठगांठ की स्थिति प्रतीत हो रही है।




