जहानाबाद/अहमदाबाद।
बिहार के जहानाबाद जिले के रहने वाले 28 वर्षीय कौशल, जो काम के सिलसिले में गुजरात के अहमदाबाद में रहते हैं, ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी पत्नी मीन्त कुमारी (21), जो मोजफरा बिहार की रहने वाली है और जिसका थाना इस्लामपुर, जिला नालंदा है, 13 तारीख को गांव लौटने के बाद 15 तारीख को दूसरी शादी कर ली गई। यह शादी उसकी मां मीना देवी द्वारा किसी अन्य युवक से जबरन कराई गई।
कौशल ने बताया कि उसकी शादी मीन्त कुमारी से 5 मई 2017 को विधिवत रूप से हुई थी और उनके दो बच्चे—बेटी करिश्मा और बेटा अमित राज—भी हैं। लेकिन अब उनकी पत्नी को ससुराल वालों ने जबरन दूसरी शादी में धकेल दिया और उसके मासूम बच्चों को बेच दिया गया।
पीड़ित पति ने मीडिया के माध्यम से प्रशासन से गुहार लगाई है कि उसकी पत्नी और बच्चों को जल्द से जल्द तलाश कर उसे सौंपा जाए और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। कौशल का कहना है कि उसकी सास मीना देवी के इस कृत्य ने न केवल उसकी जिंदगी बर्बाद की बल्कि कानून का भी उल्लंघन किया है।
कौशल ने यह भी आरोप लगाया कि उसका साला बिंदु रविदास और राजकुमार, जो दिल्ली में रहते हैं, उसे लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। उनका कहना है कि वे अब अपनी बहन को उसके पास नहीं भेजेंगे और यदि वह दोबारा लेने गया तो उसकी हत्या करवा देंगे।
कौशल ने प्रशासन से मांग की है:
पत्नी मीन्त कुमारी को बरामद कर उसे सौंपा जाए।
बच्चों की तलाश कर उन्हें सुरक्षित वापस लाया जाए।
ससुराल पक्ष के खिलाफ मानव तस्करी, जबरन शादी, और धमकी देने जैसी धाराओं में सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
क्या है पूरा मामला
पहले से शादीशुदा महिला की जबरन दूसरी शादी, मासूम बच्चों को बेचने का सनसनीखेज मामला
पीड़ित पति का प्रशासन से भावुक अनुरोध: “मेरे बच्चों को ढूंढकर लाओ, मेरी पत्नी को लौटाओ”
जहानाबाद: बिहार से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत और कानून दोनों को शर्मसार कर दिया है। जहानाबाद जिले के रहने वाले 28 वर्षीय कौशल कुमार, जो रोज़गार के सिलसिले में गुजरात के अहमदाबाद में रहते हैं, ने मीडिया के सामने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि उसकी शादीशुदा पत्नी मीमता कुमारी (उम्र 21 वर्ष) की जबरन दूसरी शादी कर दी गई, और उसके दो मासूम बच्चों को बेच दिया गया।
कौशल ने बताया कि वह अहमदाबाद में मेहनत-मज़दूरी करके अपने परिवार का पेट पाल रहा है। उसकी शादी 5 मई 2017 को पूरे रीति-रिवाज और समाजिक रजामंदी से मीमता कुमारी के साथ हुई थी। शादी के बाद दोनों को एक बेटी करिश्मा और एक बेटा अमित राज हुआ। लेकिन 13 तारीख को जब पत्नी गांव गई, तो 15 तारीख को उसकी मां मीना देवी ने उसे एक अन्य युवक के साथ जबरन शादी के बंधन में बाँध दिया।
बच्चों को भी नहीं बख्शा, बेच दिया गया मासूम करिश्मा और अमित
कौशल का सबसे बड़ा दर्द यह है कि उसकी सास मीना देवी ने उसके दोनों बच्चों को किसी अज्ञात व्यक्ति को बेच दिया है। “एक तरफ पत्नी को जबरन दूसरी शादी में धकेल दिया गया, और दूसरी तरफ मेरे मासूम बच्चों का सौदा कर लिया गया। क्या यही इंसानियत है?” — यह कहते हुए कौशल की आंखें भर आईं।
साले दे रहे हैं जान से मारने की धमकी
कौशल ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके दो साले—बिंदु रविदास और राजकुमार—जो दिल्ली में रहते हैं, लगातार उसे धमका रहे हैं। “वे कहते हैं कि अब हम अपनी बहन को तेरे साथ नहीं भेजेंगे, तू जो करना है कर ले, और अगर दोबारा लेने आया तो जान से मरवा देंगे।” कौशल का कहना है कि उसे हर वक्त जान का खतरा बना रहता है।
क्या यह महिला सशक्तिकरण है या कानून का मजाक?
कौशल ने सवाल उठाया कि जब एक महिला की विधिवत शादी हो चुकी है, तो उसे कैसे दूसरी बार जबरन शादी के लिए बाध्य किया जा सकता है? यह तो स्पष्ट रूप से विवाह अधिनियम और मानवाधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें पूरी ससुराल पक्ष की संलिप्तता है, और इस मामले को सुनियोजित ढंग से अंजाम दिया गया है।
प्रशासन से भावुक अपील
कौशल ने कहा कि अब उसकी आखिरी उम्मीद प्रशासन और कानून पर टिकी है। उसने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री, जिला प्रशासन, महिला आयोग और बाल कल्याण विभाग से हाथ जोड़कर गुहार लगाई है:
मेरी पत्नी मीन्त कुमारी को सुरक्षित बरामद कर मुझे सौंपा जाए।
मेरी मासूम बेटी करिश्मा और बेटे अमित राज को कहीं से भी तलाश कर बचाया जाए।
मेरी सास मीना देवी और साले बिंदु रविदास व राजकुमार सहित सभी दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई और कौशल इस तरह की पीड़ा न सहे।
न्याय की आस में दर-दर भटक रहा एक मजबूर पति
यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की व्यथा नहीं, बल्कि एक सामाजिक और कानूनी चुनौती है। सवाल यह है कि जब एक महिला को जबरन दोबारा शादी के लिए मजबूर किया जा सकता है, और उसके बच्चे बेचे जा सकते हैं, तो क्या हमारा समाज वाकई सुरक्षित है? प्रशासन की जिम्मेदारी है कि इस मामले की गंभीरता को समझे और दोषियों पर त्वरित और कड़ी कार्रवाई करे।