गुण्डरदेही
तारीख 29/05/25
गुण्डरदेही उप पंजीयक कार्यालय में उस समय अफरा तफरी मच गई जब पंजीयन कराने आए एक किसान ने काम नहीं होने के कारण जहर सेवन कर जान देने की कोशिश की, किसान ने पंजीयक के सामने ही जहर की शीशी को खोलकर पीने की कोशिश कर ही रहे थे तभी एक व्यक्ति द्वारा उसको झटका मारकर सेवन करने से रोका गया जिससे किसान के आंख में जहर की छींटे चले जाने से उनको तत्काल प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में भर्ती कराया गया, अभी फिरहाल किसान को प्राथमिक उपचार करके खतरा से बाहर होने के बाद छुट्टी कर दिया गया है।
बंटवारे की जमीन को पंजीयन कराने पहुंचा था किसान
दरअसल पूरा मामला ग्राम भूसरेंगा निवासी रामकुमार साहू का है जिन्होंने बताया कि लगभग एक वर्ष से अपने पूर्वजों की ज़मीन को अपने नाम में लाने के लिए कार्यालयों का चक्कर कांट रहा हूं आज अपने पूरे परिवार सहित रजिस्ट्री के माध्यम से अपने हक की जमीन को पंजीयन कराने पंजीयक कार्यालय पहुंचा हुआ था जहां उप पंजीयक द्वारा मेरे बहन के दो नाम होने के कारण काम नहीं हो पाएगा बोलकर वापस कर दिया गया, बार बार नियमों में परिवर्तन का हवाला देकर मुझे कार्यालयों के चक्कर लगाने पर मजबूर किया गया जिसके कारण इस प्रक्रिया से आहत होकर जहर सेवन कर खुदकुशी करने की कोशिश किया हूं ताकि अपनी बात शासन तक पहुंचा सकूं कि किसी और किसान को इस प्रकार से भुगताया न जाए।
उप पंजीयक ने नियमों का दिया हवाला
इधर मामले में उप पंजीयक श्रीमती शशि पात्रे का कहना है कि किसान पहली बार मेरे पास पंजीयन कराने आया था उसके दस्तावेज में कमी के कारण उसके काम को नहीं हो पाएगा करके बोला गया था क्योंकि पंजीयन पोर्टल पर राज्य सरकार द्वारा आधार प्रमाणीकरण का सिस्टम लागू किया गया है जिसके लिए ऋण पुस्तिका और आधार में नाम एक होना चाहिए जिसके कारण से उसका काम नहीं हो सकता था, इस मामले को अपने उच्च अधिकारीयों को अवगत करा दिया गया है और थाना में भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
विधायक कुंवर सिंह निषाद पहुंचे पीड़ित किसान से मिलने
इस मामले का संज्ञान में आने के तुरंत बाद गुण्डरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद पीड़ित किसान से मिलने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पंजीयन की प्रक्रिया में नियमों में किया गया परिवर्तन किसानों के हित में नहीं है यह घटना छत्तीसगढ़ सरकार की कुशासन को दर्शाता है सरकार को तत्काल इन नियमों को बदलना चाहिए।
संवाददाता रूपचंद जैन बालोद छत्तीसगढ़ की रिपोर्ट