नगला बरी/बरहन (आगरा)
थाना बरहन क्षेत्र के नगला बरी गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 18 वर्षीय युवती रजनी पुत्री मान सिंह की लाश गांव के पास एक पेड़ पर संदिग्ध अवस्था में लटकी हुई मिली। परिजनों ने इसे हत्या कर आत्महत्या का रूप देने की साजिश बताते हुए गांव के ही विकास और सोनू पुत्र अतर सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
घटना 14 अप्रैल की रात की है, जब रजनी मोहल्ले में महेन्द्र की बेटी की शादी से लौटकर अपनी बहन खुशबू के साथ कमरे में सोई थी। रात करीब 11 बजे खुशबू की नींद खुली तो रजनी गायब थी। परिजनों ने रातभर खोजबीन की, लेकिन सफलता नहीं मिली।
सुबह मोहल्ले के एक व्यक्ति ने सूचना दी कि रजनी की लाश गांव से करीब 300 मीटर दूर एक पेड़ से लटकी हुई है। तत्काल डायल 112 पर सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पेड़ से नीचे उतारा।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि रजनी की हत्या कर शव को पेड़ पर लटकाया गया, जिससे मामला आत्महत्या जैसा लगे। मृतका के पैर घुटनों से जमीन को छू रहे थे, जिससे यह बात सामने आती है कि वह फांसी पर लटक नहीं सकती थी। पेड़ पर फंदा लगाने हेतु कोई साधन भी मौके से नहीं मिला।
परिजनों का दावा है कि हत्या के पीछे गांव के ही विकास और सोनू का हाथ है, जिन्होंने 8 दिन पूर्व परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी।
मृतका रजनी का मोबाइल फोन जो कि घटना के समय गायब था, वह 15 अप्रैल की सुबह पोस्टमार्टम से पहले ही अचानक उसके शव से मिला, जबकि पुलिस की पूर्व तलाशी में वह नहीं मिला था। पुलिस ने उक्त मोबाइल को जब्त कर सर्विलांस पर लगाने की बात कही, लेकिन अब तक कोई रिपोर्ट या कार्रवाई नहीं हुई है।
मृतका के भाई अरविन्द पुत्र मान सिंह ने पुलिस आयुक्त आगरा को ज्ञापन सौंपकर धारा 61 व 103 बीएनएस तथा आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अब तक एफआईआर तक दर्ज नहीं की है, जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण दम घुटना बताया गया है और मौत का समय भी रात का ही अनुमानित है।
परिजनों ने फोटो, पंचायतनामा और जीडी की प्रतियां संलग्न कर यह स्पष्ट करने का प्रयास किया है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि एक सोची-समझी हत्या की साजिश है।
अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं
पुलिस की चुप्पी पर परिजनों में रोष
न्याय की मांग को लेकर पीड़िता के गांव में माहौल गमगीन