गांव की महिला किसान के खेत में लगी आग से डेढ़ से दो लाख का नुकसान, पड़ोसी पर मारपीट और धमकी देने का आरोप
नरवाई जलाने की मनाही के बावजूद लापरवाही, प्रशासन बेखबर
सरदारपुर/धार, खुटपला
गांव खुटपला में बुधवार शाम करीब 6 बजे एक महिला किसान के खेत में भीषण आग लग गई, जिससे खेत में खड़ी फसल, सूखे गेंदा फूल, प्लास्टिक पाइप, ड्रिप सिंचाई प्रणाली और फलदार आम के पेड़ जलकर राख हो गए। आग की शुरुआत पास के खेत में नरवाई जलाने से हुई थी, जिसे पड़ोसी गणेश राठौर और उसकी मां ताराबाई ने जलाया था। देखते ही देखते आग फैल गई और पीड़िता भगवतीबाई कुमावत के खेत को भी अपनी चपेट में ले लिया।
पीड़िता ने जब इस नुकसान की शिकायत करने के लिए गणेश राठौर से बात की, तो गणेश और उसकी मां ने गाली-गलौज करते हुए उसके साथ मारपीट की। महिला के अनुसार, उसे बाएं हाथ की कलाई और सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। इस दौरान जब उसका बेटा परमानंद कुमावत बीच-बचाव करने पहुंचा, तो गणेश ने डंडे से उसके साथ भी मारपीट की, जिससे उसकी दाहिनी कलाई में चोट आई।
घटना को गांव के ही रामचंद मारू ने अपनी आंखों से देखा और इसकी पुष्टि भी की है। परमानंद कुमावत ने बताया कि इस आगजनी से खेत में लगभग डेढ़ से दो लाख रुपये का नुकसान हुआ है। जब उन्होंने विरोध किया तो गणेश ने धमकी दी—
“मेरे खेत में जो करूंगा, मेरी मर्जी! चाहे तुम कलेक्टर के पास जाओ या मुख्यमंत्री के पास, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता!”
पीड़िता ने घायल बेटे को साथ लेकर राजोद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, जहां पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 296, 115(2), 3(5), 324(4) के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
गौरतलब है कि शासन द्वारा खेतों में नरवाई जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है, बावजूद इसके ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी नरवाई जलाई जा रही है। प्रशासन की निष्क्रियता के चलते आए दिन ऐसे विवाद सामने आ रहे हैं, जिससे ग्रामीणों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।