गायघाट (मुजफ्फरपुर)। थाना क्षेत्र के दहिया पश्चिमी गांव में जमीनी विवाद को लेकर एक परिवार के घर में आग लगा दी गई। आगजनी की इस घटना में घर में रखा गेहूं और अन्य सामान जलकर खाक हो गया, वहीं बगल में लगे आम के करीब दस पेड़ भी आग की चपेट में आकर नष्ट हो गए।
पीड़ित बिद्दू कुमार सिंह (पुत्र- शिवचंद्र सिंह) ने थाने में दी गई शिकायत में बताया कि ग्राम दहिया में खातान संख्या 188, खेसरा संख्या 2973 की जमीन का आपसी बंटवारा पहले ही हो चुका है। आरोप है कि विक्रम कुमार सिंह, प्रशांत कुमार उर्फ विपिन सिंह समेत अन्य लोगों ने जबरन उनके हिस्से की जमीन पर कब्जा कर घर बना लिया। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी गई थी, जिसकी सूचना पहले भी पुलिस को दी गई थी।
पीड़ित के अनुसार, 25 अप्रैल 2025 को सुबह करीब 4 बजे विक्रम कुमार सिंह, प्रशांत कुमार उर्फ विपिन सिंह, रचना देवी, प्रियंका देवी और कुछ अज्ञात लोगों ने मिलकर उनके घर में आग लगा दी। आग की वजह से घर में रखा अनाज और जरूरी सामान जलकर नष्ट हो गया। फायर ब्रिगेड के मौके पर नहीं पहुंचने से ग्रामीणों ने किसी तरह आग पर काबू पाया।
घटना के बाद जब पीड़ित ने विरोध किया तो आरोपियों ने जान से मारने और आग में जिंदा जला देने की धमकी दी। हालांकि डायल 112 की पुलिस के आने से पहले आरोपी वहां से फरार हो गए।
बिट्टू कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों की तरफ से ₹200000 की रंगदारी भी मांगी जा रही है बिट्टू कुमार ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि वह मेरी मदद करें और आरोपियों पर सख्त कार्यवाही करें। तथा मुझे जो आर्थिक नुकसान हुआ है उसकी भरपाई के लिए मुझे आर्थिक मदद दी जाए।
पीड़ित ने थाना अध्यक्ष से आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित ने कहा कि उसे अब भी जान का खतरा बना हुआ है।
क्या है पूरा मामला
जमीनी विवाद ने ली हिंसक रूप, घर में लगाई आग, लाखों का नुकसान, पीड़ित ने लगाई जान बचाने की गुहार
गायघाट (मुजफ्फरपुर)। थाना क्षेत्र के दहिया पश्चिमी गांव में जमीनी विवाद ने खौफनाक मोड़ ले लिया। आरोप है कि दबंगों ने एक परिवार के घर में रात के अंधेरे में आग लगा दी, जिससे घर में रखा गेहूं, अन्य कीमती सामान और बगल के आम के लगभग दस पेड़ जलकर राख हो गए। भीषण आग ने पूरे गांव में दहशत फैला दी।
पीड़ित बिट्टू कुमार सिंह (पुत्र- शिवचंद्र सिंह) ने थरथराते हुए बताया कि ग्राम दहिया के खातान संख्या 188, खेसरा संख्या 2973 की जमीन का आपसी बंटवारा पहले ही हो चुका था, बावजूद इसके विक्रम कुमार सिंह, प्रशांत कुमार उर्फ विपिन सिंह समेत अन्य लोगों ने जबरन कब्जा कर घर बना लिया। जब विरोध किया गया तो जान से मारने की धमकी दी गई थी, जिसकी सूचना पहले भी पुलिस को दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पीड़ित के अनुसार, 25 अप्रैल 2025 की सुबह लगभग 4 बजे दबंगों ने उनके घर पर धावा बोल दिया। विक्रम कुमार सिंह, प्रशांत कुमार उर्फ विपिन सिंह, रचना देवी, प्रियंका देवी और कुछ अज्ञात बदमाशों ने मिलकर घर में पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आग इतनी भयंकर थी कि देखते ही देखते पूरा घर धू-धू कर जल उठा। घर में रखा सारा अनाज, कपड़े, जरूरी दस्तावेज, फर्नीचर सब कुछ जलकर खाक हो गया। वहीं बगल में लगे आम के करीब दस पेड़ भी आग की लपटों में समा गए।
गांववालों ने जान पर खेलकर आग पर काबू पाया क्योंकि घटना के कई घंटे बाद तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर नहीं पहुंची। इस लापरवाही से ग्रामीणों में भारी रोष है।
घटना के बाद जब बिट्टू कुमार ने विरोध किया तो आरोपियों ने उन्हें जिंदा जला देने और पूरे परिवार को खत्म कर देने की धमकी दी। पुलिस को सूचना देने के बाद भी डायल 112 की टीम के पहुंचने से पहले ही आरोपी फरार हो गए।
इतना ही नहीं, बिट्टू कुमार ने मीडिया के सामने सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया कि दबंगों द्वारा ₹2 लाख की रंगदारी भी मांगी जा रही है। पीड़ित ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि उसकी जान-माल की सुरक्षा की जाए, आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो और हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिए उसे सरकारी मुआवजा दिया जाए।
बिट्टू कुमार ने रोते हुए कहा, “अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो कभी भी मेरी हत्या कर दी जाएगी। मुझे इंसाफ चाहिए।” पीड़ित ने थाना अध्यक्ष से आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है।