पति की बेरुखी, जेठानी से अवैध संबंध और दिव्यांग बच्चों संग संघर्ष – सरिता देवी की प्रशासन से गुहार
सिवान (बिहार) – थाना आंध्र क्षेत्र के गांव हुसैनगंज गडारा ब्लॉक जीरा देई निवासी सरिता देवी ने मीडिया के माध्यम से अपनी आपबीती साझा करते हुए प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। सरिता ने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं, जिनमें दो पूरी तरह दिव्यांग हैं और चल-फिर नहीं सकते, जबकि तीसरा बेटा आशीष कुमार (8 वर्ष) स्कूल जाता है और स्वस्थ है।
सरिता के अनुसार, उनके पति विपिन चौरसिया पंजाब के लुधियाना में रहते हैं और परिवार की कोई जिम्मेदारी नहीं निभाते। “10 नवंबर को वह घर आया, 11 नवंबर को हमने किराए का कमरा लिया, लेकिन 14 दिसंबर 2024 को फिर बिना कुछ कहे लुधियाना लौट गया। न कोई खर्चा दिया, न कोई देखभाल की।”
सरिता का आरोप है कि विपिन चौरसिया जब भी घर आता है, वह पत्नी और बच्चों से मारपीट करता है। “मेरे सिर पर चोट के निशान हैं, लेकिन इलाज तक नहीं करवा सकी। खर्चा नहीं देता, मारता है, मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता है।”
सरिता ने बताया कि उनके पति का अपनी भाभी रिंकू देवी से अवैध संबंध है। रिंकू देवी के पिता का नाम ठाकुर चौरसिया, पति का नाम संदीप चौरसिया, और ससुर का नाम सुभाष चौरसिया है। वहीं, विपिन चौरसिया के भी पिता का नाम सुभाष चौरसिया है। सरिता ने बताया कि जब उसने इस रिश्ते का विरोध किया तो उसे घर से बाहर निकाल दिया गया।
“जब मैंने पूछा कि ऐसा क्यों किया तो रिंकू देवी ने कहा, ‘मैंने अपने समाज को दिखाने के लिए शादी की है, तुम क्या जानोगी?’ और फिर मुझे लात मार दी। वहीं मेरे पति विपिन चौरसिया खड़े होकर सब देखते रहे लेकिन कुछ नहीं बोले।”
सरिता ने बताया कि उनके ससुर सुभाष चौरसिया ने भी उन्हें धक्के मारकर घर से निकाल दिया और कहा, “यहां तुम्हारा कुछ नहीं है, निकल जाओ।” यह सब उनके पति की आंखों के सामने हुआ, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा।
सरिता ने भावुक होकर कहा, “मैंने बहुत समझाया, मेरे माता-पिता ने भी समझाया कि अपने परिवार को संभालो। मेरे पापा अब बूढ़े हो चुके हैं, लेकिन फिर भी हमारी खुशी के लिए मेहनत कर रहे हैं। हम कब तक तुम्हारे परिवार को संभालते रहेंगे?”
सरिता देवी ने प्रशासन से हाथ जोड़कर अपील की है कि उनके पति को कानूनी तौर पर खर्च देने को बाध्य किया जाए, अवैध संबंधों की जांच हो, और उन्हें व बच्चों को सुरक्षा तथा आर्थिक सहायता दी जाए।