उज्जैन जिले के तराना तहसील के गांव सादबा में
मोहर्रम का जुलूस निकाला गया ओर कई गांवों ओर शहर में मोहर्रम का जुलूस निकाला गया
उज्जैन जिले के तराना तहसील के गांव सादबा में
मोहर्रम का जुलूस निकाला गया ओर कई गांवों ओर शहर में मोहर्रम का जुलूस निकाला गया
9/1/1447 हिजरी सन्
मोहर्रम का महीना इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की कर्बला में दी गई शहादत की याद में मनाया जाता है। 9वीं तारीख का विशेष महत्व है। यह वह समय है जब कर्बला की प्यास, दर्द और कुर्बानी अपने चरम पर थी।
सादबा गांव में तैयार किया गया ताजिया स्थानीय कला का बेहतरीन नमूना है। इसमें रंग-बिरंगे कागज, चमकीली पन्नियां और हाथ से की गई नक्काशी का प्रयोग किया गया। महीनों की मेहनत से तैयार यह ताजिया हर उम्र के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा।
इस दिन मजलिसों का आयोजन हुआ। धर्मगुरुओं ने इमाम हुसैन की कुर्बानी की कहानी सुनाई। नौहा-ख्वानी के दौरान मातमी लोगों ने कर्बला की याद में सीना जनी की।
कार्यक्रम में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिली। दोनों समुदायों के लोगों ने ताजिए की सजावट में सहयोग किया। चौक थाना पुलिस ने सुरक्षा का पूरा प्रबंध किया। रात में बिजली व्यवस्था और सड़कों की सफाई का विशेष ध्यान रखा गया।
ई खबर मीडिया से समीर शाह की रिपोर्ट