पंचकूला, 24 जुलाई — महिला थाना पंचकूला की सिपाही अंजलि ने जिस संवेदनशीलता और जज्बे से एक गर्भवती महिला की सड़क किनारे सुरक्षित डिलीवरी करवाई, वह न केवल मानवता की मिसाल बनी, बल्कि पुलिस की वर्दी को सम्मान भी दिलाया। 19 जुलाई की रात को ड्यूटी पर तैनात अंजलि ने समय रहते प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला की मदद की और बहन की तरह साथ देते हुए उसकी सफल डिलीवरी करवाने में अहम भूमिका निभाई।
इस साहसिक और मानवीय कार्य के लिए डीसीपी पंचकूला सृष्टि गुप्ता ने आज सिपाही अंजलि को प्रशंसा पत्र और नकद राशि देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा, “मुसीबत के वक्त वर्दी का फर्ज निभाने वाले ही इसके असली हकदार होते हैं।”
डीसीपी ने यह भी बताया कि सिपाही अंजलि की यह पहली पोस्टिंग है, लेकिन अनुभव की कमी के बावजूद उसने जिस सूझबूझ और संवेदनशीलता से परिस्थिति को संभाला, वह प्रेरणादायक है। “वह उस रात सिर्फ एक पुलिसकर्मी नहीं, एक बहन बनकर सामने आई, जिसने दो जिंदगियों को बचाया,” डीसीपी ने कहा।
यह घटना न केवल पुलिस के मानवीय चेहरे को उजागर करती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि संकट की घड़ी में वर्दीधारी फरिश्ते भी बन सकते हैं।
ई खबर मीडिया के लिए हरियाणा स्टेट हेड देव दर्शन शर्मा की रिपोर्ट