कासगंज जिले के ग्राम प्रहलादपुर निवासी लोकमान्य, पिछले 12 वर्षों से अपने बड़े भाई मुकेश कुमार की तलाश में भटक रहे हैं। वर्ष 2013 में मानसिक रूप से अस्वस्थ हो चुके मुकेश अचानक लापता हो गए थे और तब से आज तक उनका कोई अता-पता नहीं है।
लोकमान्य ने मीडिया के माध्यम से पुलिस प्रशासन और समाज से गुहार लगाई है कि वे इस पुराने लेकिन बेहद संवेदनशील मामले को गंभीरता से लें और उनके भाई की तलाश में सहयोग करें।
मानसिक असंतुलन और गुमशुदगी
शिकायतकर्ता लोकमान्य के अनुसार,
“मेरे भाई मुकेश कुमार की मानसिक स्थिति अस्थिर हो गई थी। उन्होंने अपनी सारी जमा पूंजी बेच दी और फिर शराब और जुए में लग गए। इसी दौरान उनका मानसिक संतुलन और बिगड़ गया और वे एक दिन बिना कुछ बताए घर से निकल गए।”
घटना के समय मुकेश कुमार की उम्र करीब 27-28 वर्ष थी। वे बरेली के किसी स्कूल में चौथी या पाँचवीं कक्षा तक पढ़े थे। उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, फिर भी वे घर से कुछ जरूरी दस्तावेज और आईडी प्रूफ अपने साथ लेकर निकल गए थे।
मुकेश कुमार की पहचान:
नाम: मुकेश कुमार
पिता का नाम: श्री रामप्रकाश
ग्राम प्रहलादपुर पो० देवरी प्रहलादपुर थाना सोरों जिला / कासगंज
उम्र (गुमशुदगी के समय): लगभग 27-28 वर्ष
वर्तमान अनुमानित उम्र: लगभग 40 वर्ष
रंग: साँवला
कद: लगभग 5 फीट
बोलचाल: धीमी, सामान्य भाषा
कपड़े: सफेद शर्ट, नीली पैंट, पैरों में चप्पल
बाल: हल्के काले रंग के, सेटिंग किए हुए
प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली
लोकमान्य ने बताया कि उन्होंने 17 मई 2013 को थाने में आवेदन भी दिया था, लेकिन आज तक इस पर कोई गंभीर कार्यवाही नहीं हुई। परिवार की आर्थिक स्थिति भी बेहद सामान्य है और लगातार प्रयासों के बाद भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली है।
“थाने में कई बार आवेदन दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। अब पूरे परिवार की हालत चिंताजनक है। हर त्योहार, हर दिन उम्मीद लिए बीतता है कि शायद कहीं से कोई खबर आ जाए।”
जनता और प्रशासन से अपील
अब 12 साल बीत जाने के बाद भी मुकेश कुमार की कोई खबर नहीं मिल पाई है। लोकमान्य ने आम जनता, सामाजिक संगठनों और प्रशासन से हाथ जोड़कर अपील की है कि यदि किसी को भी इस तरह का व्यक्ति दिखाई दे – रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, धर्मशाला या सड़क किनारे – तो तुरंत नीचे दिए गए नंबर पर संपर्क करें या नजदीकी थाने को सूचित करें।
संवाददाता 8871022710
शिकायतकर्ता: लोकमान्य पुत्र श्री रामप्रकाश
मानवता की ज़िम्मेदारी
मुकेश कुमार की तलाश सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की ज़िम्मेदारी है। मानवता के नाते यदि आप उनकी कोई भी जानकारी साझा कर सकें, तो यह एक परिवार को दोबारा जीवन में आशा दे सकता है।
कृपया चुप न रहें, सहयोग करें।
हो सकता है आपकी छोटी सी मदद एक परिवार को वर्षों का सुकून लौटा दे।