जोधपुर: शहर के मण्डोर थाना क्षेत्र से एक 17 वर्षीय लड़की के लापता होने का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार के अनुसार, 13 फरवरी 2025 की सुबह लगभग 10:30 बजे लड़की बिना किसी पूर्व सूचना के घर से निकल गई और अब तक उसका कोई पता नहीं चल पाया है। परिजनों ने उसे आसपास के इलाके और रिश्तेदारों के घरों में खोजने की कोशिश की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी।
पुलिस थाने में दर्ज हुई गुमशुदगी रिपोर्ट
लड़की के पिता शिवलाल भील ने बताया कि उनकी बेटी के अचानक लापता होने के बाद उनके बेटे सुनील भील ने मण्डोर थाना, जोधपुर में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इस मामले में प्रकरण संख्या 57/2025 के तहत कार्रवाई शुरू की गई, लेकिन परिवार का आरोप है कि पुलिस अब तक प्रभावी रूप से कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
संदिग्ध युवक पर अपहरण का आरोप
पीड़ित पिता ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि उन्हें संदेह है कि उनकी बेटी को राहुल पुत्र भंवरलाल बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है। यह संदेह इसलिए भी मजबूत होता है क्योंकि राहुल भी उसी दिन से अपने घर से गायब है। लड़की के परिवार को आशंका है कि उसकी बेटी के साथ कोई अप्रिय घटना घट सकती है।
पुलिस कार्रवाई पर परिवार की नाराजगी
परिवार का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज कराने के बावजूद पुलिस ने लड़की को तलाशने में अपेक्षित तत्परता नहीं दिखाई। उनका आरोप है कि मामले की जांच में ढिलाई बरती जा रही है और पुलिस लड़की को खोजने का प्रयास नहीं कर रही।
पुलिस की प्रतिक्रिया
मण्डोर थाना पुलिस ने बताया कि लड़की की गुमशुदगी को लेकर MPR संख्या जारी कर दी गई है और जांच अधिकारी धनाराम, चौकी प्रभारी, लालसागर को मामले की जांच सौंपी गई है। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है और जल्द से जल्द लड़की को ढूंढने का प्रयास किया जाएगा।
पिता ने पुलिस कमिश्नर से की कार्यवाही की मांग
लड़की के पिता शिवलाल भील ने पुलिस कमिश्नर, जोधपुर महानगर को पत्र लिखकर मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने अपनी बेटी को जल्द से जल्द खोजकर उन्हें सौंपने की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि पुलिस इस मामले में गंभीरता दिखाए और आरोपी की तलाश तेज करे।
समाज में बढ़ती चिंताएं
इस मामले को लेकर इलाके के लोगों में भी चिंता बढ़ रही है। कई सामाजिक संगठनों ने इस घटना को लेकर पुलिस प्रशासन से जल्द कार्रवाई करने की अपील की है। क्षेत्र में महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं, और ऐसे मामलों में पुलिस की निष्क्रियता आमजन के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
क्या होगी आगे की कार्रवाई?
अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी तेजी से कार्रवाई करती है और क्या लड़की को जल्द से जल्द उसके परिवार से मिलाया जा सकता है। पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।