पता: प्रेमशंकर, मानापुर, पोस्ट-मानापुर, जिला प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश – 230138
नमस्कार दोस्तों
ई खबर में आपका स्वागत है।
आज हम लेकर आए हैं एक ऐसी सच्ची कहानी, जो न सिर्फ प्रेरणादायक है, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए उम्मीद की किरण है, जो सीमित साधनों के बावजूद कुछ बड़ा करने का सपना देखता है।
यह कहानी है संघर्ष, आत्मविश्वास और मां-बेटी की अनोखी साझेदारी की।
उत्तर प्रदेश के जिला प्रतापगढ़ के एक छोटे से गांव मानापुर की रहने वाली श्रीमती शकुंतला देवी और उनकी बेटी गुंजन दुबे ने यह साबित कर दिया है कि
छोटे गांव की गलियों से भी निकल सकती है सोशल मीडिया की बड़ी स्टार।
शकुंतला देवी की उम्र 40 वर्ष है, उनके पति का नाम प्रेमशंकर है। गुंजन दुबे महज 18 वर्ष की उम्र में यूट्यूब पर अपनी सधी हुई आवाज़ और कैमरे के सामने आत्मविश्वास से लबरेज अंदाज़ के जरिए हजारों लोगों का दिल जीत रही हैं।
गुंजन का यूट्यूब चैनल:
नाम: Gunjan Dubey
यूज़रनेम: @gunjandubey1234
सब्सक्राइबर्स: 2.22K
वीडियोज़: 629
लेकिन यह सिर्फ संख्याएं नहीं हैं — ये मेहनत, हौसले और सपनों की कहानियां हैं, जो हर वीडियो में झलकती हैं।
गुंजन और उनकी मां शकुंतला देवी साथ मिलकर यूट्यूब पर वीडियो बनाती हैं।
कभी भावनात्मक गीतों से मन को छूती हैं, तो कभी सामाजिक मुद्दों पर आधारित वीडियो से दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देती हैं।
इनका हर वीडियो सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक संदेश भी होता है —
सपनों के लिए संसाधन नहीं, समर्पण चाहिए।
शकुंतला देवी, जिन्होंने कभी कैमरा नहीं देखा था, आज बेटी के साथ मिलकर वीडियो में अभिनय करती हैं, गाती हैं, भावों को अभिव्यक्त करती हैं — और यह देखना अपने आप में एक मिसाल है।
आज के युग में सोशल मीडिया केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि हुनर, संघर्ष और आत्मनिर्भरता का सबसे सशक्त प्लेटफॉर्म बन चुका है।
गुंजन और शकुंतला ने इसे सिर्फ एक मंच नहीं, बल्कि अपने परिवार के सपनों को साकार करने का साधन बना लिया है।
जहां एक ओर बड़े शहरों के लोग महंगे संसाधनों के बल पर आगे बढ़ते हैं, वहीं मानापुर की यह जोड़ी सिर्फ मोबाइल और मेहनत के दम पर सोशल मीडिया की भीड़ में अपनी जगह बना रही है।
अगर आप भी मानते हैं कि प्रतिभा किसी परिचय की मोहताज नहीं,
तो आज ही जुड़िए इस जोड़ी के साथ
गुंजन दुबे का यूट्यूब चैनल: Gunjan Dubey (@gunjandubey1234)
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आइए, इस मां-बेटी की मेहनत को सलाम करें और इस प्रेरणादायक कहानी को अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
ताकि हर गांव की बेटी को मिले उड़ान का मंच और हर मां को मिले सशक्त समर्थन।
धन्यवाद
ई खबर – हर संघर्ष को मिले आवाज़