जालंधर/अमेठी –
थाना नंबर एक, चौकी संजय गांधी नगर, जालंधर में एक गंभीर गुमशुदगी का मामला सामने आया है, जिसमें शीला देवी, पत्नी जगनमोहन प्रसाद, निवासी जिला अमेठी (उत्तर प्रदेश), जो इस समय जालंधर में निवास कर रही हैं, ने अपने 18 वर्षीय बेटे शिवम के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
घटना शनिवार, 12 जुलाई 2025, दिन में करीब 4 बजे की है, जब शीला का बेटा अचानक घर से गायब हो गया। आरोप है कि एक लड़की अर्चना, जो कि बिहार की रहने वाली है, ने उनके बेटे को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गई।
शीला देवी ने बताया कि अर्चना नामक यह लड़की कई दिनों से रात के समय 2:30 बजे, कभी-कभी आधी रात को शिवम को कॉल करती थी और उससे लंबी बातें करती थी। मां को शक था कि वह उसके बेटे को गलत दिशा में ले जा रही है। आखिरकार, वही हुआ — अर्चना ने शिवम को अपने साथ लेकर कहीं चली गई, और तब से लेकर आज तक शिवम का कोई सुराग नहीं मिला है।
शीला ने घटना के तुरंत बाद स्थानीय थाना में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन अभी तक कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उनकी शिकायत को नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे वे काफी हताश और डरी हुई हैं।
इतना ही नहीं, शीला खुद भी इस समय गंभीर शारीरिक स्थिति से गुजर रही हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में उनका एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें उनके पैर में फ्रैक्चर हुआ और वे अब लाठी के सहारे चलने को मजबूर हैं। इस हालात में वे थानों के चक्कर नहीं लगा सकतीं, और ना ही कहीं दूर जा सकती हैं।
उनका दर्द छलकते हुए उन्होंने कहा:
“मेरा बेटा ही घर का एकमात्र सहारा था। न खाने को है, न कमाने वाला है। मेरा बेटा ही सब कुछ था। कोई मदद नहीं कर रहा, कोई सुनवाई नहीं हो रही। मेरा बेटा कहां गया, जिंदा है या नहीं, मैं कुछ नहीं जानती।”
अपील
शीला देवी ने सार्वजनिक रूप से अपील की है कि यदि किसी भी व्यक्ति को उनके बेटे शिवम के बारे में कोई जानकारी मिले, तो कृपया तुरंत नजदीकी थाना या उन्हें सीधे सूचना दें। उनका परिवार पूरी तरह से टूट चुका है, और वे प्रशासन से न्याय की उम्मीद कर रही हैं।
सवाल प्रशासन से:
एक गरीब, असहाय महिला की एफआईआर पर कार्रवाई क्यों नहीं?
क्या लापता युवक की खोज सिर्फ रसूखदारों के लिए ही होती है?
कब मिलेगा शीला को न्याय और बेटे शिवम का पता?